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आया है नव वर्ष

कैलाश भावसार 
बड़ौद (मध्यप्रदेश)
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बाँधो वंदनवार,नगर और द्वार सजाओ रे,
आया है नव वर्ष,साथियों झूमो गाओ रेl

आम्र कुंज की मधुर महक ने वातायन महकाया,
कोयल ने छेड़ी सरगम,सबके मन को हरषायाl
ऋतु बसंत के सौरभ से,मन को महकाओ रे,
आया है नव वर्ष…ll

आज के दिन मर्यादा पुरुष का,राजतिलक संस्कार हुआ,
इसी दिवस को संघ प्रणेता,केशव का अवतार हुआl
ब्रह्मा की रचना के दिवस का,हर्ष मनाओ रेl
आया है नव वर्ष…ll

नव सम्वत्सर में जीवन का प्रतिदिन मंगलमय हो,
माता का आशीष मिले और सुख का अरुणोदय होl
नए वर्ष का स्वागत करने,थाल सजाओ रे,
आया है नव वर्ष…ll

परिचय-कैलाश भावसार का जन्म स्थान जीरापुर एवं जन्मतिथि ५ सितम्बर हैl वर्तमान में आपका निवास बड़ौद (जिला आगर मालवा),म.प्र.हैl मध्यप्रदेश के श्री भावसार ने एम.एस-सी. तथा बी.एड. की शिक्षा प्राप्त की हैl कार्यक्षेत्र में अध्यापक होने के साथ ही सामाजिक गतिविधि के निमित्त सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि में सक्रिय रहते हैंl आपकी लेखन विधा में गीत तथा कविता हैl इनकी लेखनी का उद्देश्य-सामाजिक जागरुकता बढ़ाने के साथ ही आनंद हासिल करना हैl

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