संजय वर्मा ‘दृष्टि’
मनावर(मध्यप्रदेश)
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मेरे देश का किसान स्पर्धा विशेष…..
ये सोचकर
बैल ख़रीदे,
किसान ने
अपनी पहली
फसल बेचकर,
घर को एक बारिश
और खाने दे
बाद में ठीक कराएंगे।
बैलों के खुरों में,
नाल लगवाने का
दर्द,मगर खुद के सीने में
दबा जाते हैं,
हर साल फसलों का
जोड़ बाकी करके,
फसलों पर दंभ भरते हैं।
वे फसलें जिनका,
खाद,दवाई,बीज
पहले उधारी का,
निवाला बन चुकी
पानी ने अतिवृष्टि में,
फसलें कमजोर कर
फसलों के लाभ के आँकड़े,
बदल डाले ऋणों में
ये बातें भला बैल क्या जाने ?
कर्ज में डूबा,
मेरे देश का किसान
बैलों को ही सुख-दुःख का
सहारा समझता।
उनसे ही बातें करता,
अपने दुःख दर्दो को
बीमार होने पर,
छकड़ा गाड़ी में
बैल जोतकर,
इलाज करवाने
चला जाता शहर।
बैलगाड़ी की लचरता,
उसके पहिये के
टूट जाने से होती
बेबस,
इसमें भला बैल का क्या दोष ?
बैल ही को
किसान मारता,समझाता
इसी ने मेरी गाड़ी तोड़ी,
घर जाने पर गुस्सा
छोड़ आता रास्ते पर,
दुलारता है फिर से
बैलों को।
बैल बूढ़ा होने तक,
अपने मालिक की सेवा
करता है,
क्योंकि अंत में उसे
किसान के घर ही,
मरना है
क्योंकि,बूढ़ा बैल कहीं बिकता नहीं।
इसमें भला,
मेरे देश के किसान का क्या दोष…?
परिचय-संजय वर्मा का साहित्यिक नाम ‘दॄष्टि’ है। २ मई १९६२ को उज्जैन में जन्में श्री वर्मा का स्थाई बसेरा मनावर जिला-धार (म.प्र.)है। भाषा ज्ञान हिंदी और अंग्रेजी का रखते हैं। आपकी शिक्षा हायर सेकंडरी और आयटीआय है। कार्यक्षेत्र-नौकरी( मानचित्रकार के पद पर सरकारी सेवा)है। सामाजिक गतिविधि के तहत समाज की गतिविधियों में सक्रिय हैं। लेखन विधा-गीत,दोहा,हायकु,लघुकथा कहानी,उपन्यास, पिरामिड, कविता, अतुकांत,लेख,पत्र लेखन आदि है। काव्य संग्रह-दरवाजे पर दस्तक,साँझा उपन्यास-खट्टे-मीठे रिश्ते(कनाडा),साझा कहानी संग्रह-सुनो,तुम झूठ तो नहीं बोल रहे हो और लगभग २०० साँझा काव्य संग्रह में आपकी रचनाएँ हैं। कई पत्र-पत्रिकाओं में भी निरंतर ३८ साल से रचनाएँ छप रहीं हैं। प्राप्त सम्मान-पुरस्कार में देश-प्रदेश-विदेश (कनाडा)की विभिन्न संस्थाओं से करीब ५० सम्मान मिले हैं। ब्लॉग पर भी लिखने वाले संजय वर्मा की विशेष उपलब्धि-राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान है। इनकी लेखनी का उद्देश्य-मातृभाषा हिन्दी के संग साहित्य को बढ़ावा देना है। आपके पसंदीदा हिन्दी लेखक-मुंशी प्रेमचंद,तो प्रेरणा पुंज-कबीर दास हैंL विशेषज्ञता-पत्र लेखन में हैL देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-देश में बेरोजगारी की समस्या दूर हो,महंगाई भी कम हो,महिलाओं पर बलात्कार,उत्पीड़न ,शोषण आदि पर अंकुश लगे और महिलाओं का सम्मान होL