हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’
प्रयाग(उत्तरप्रदेश)
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कई रंगों से सराबोर होकर हमने होली बड़े उत्साह और उमंग के साथ अपने अपनों के साथ मिलकर मनाई। इस उमंग और उल्लास, हर्ष के पर्व में हमारी भारतीय सेना सीमा पर तैनात खड़ी हुई है,हमारे रंग में कोई भंग ना पड़े इसके लिए बरकरार सरहद पर वो लड़ते रहते हैं,उनके लिए होली क्या! दिवाली क्या,उनके लिए सिर्फ देश की रक्षा सबसे बड़ा त्यौहार होता है,और हम सबको इस बात पर फक्र और नाज होना चाहिए,गुरुर होना चाहिए।
हमारी भारतीय सेना हमारी रक्षा के लिए पल-पल देश के दुश्मनों के साथ लोहा ले रही है।
हम सबका फर्ज है कि हम भी उनके हौंसले को सलाम करें,नमन करें। ईश्वर से प्रार्थना करें कि हमारे देश का कोई भी सैनिक शहीद ना हो,एक शहीद के परिवार को जो तकलीफ है जो मुसीबत झेलनी पड़ती है उसका आंकलन इतनी आसानी से नहीं लगाया जा सकता है। हम सभी देशवासी होली,दिवाली दशहरा,ईद आदि सभी त्यौहार बहुत ही सदभाव और शांति के साथ इसलिए मना सकते हैं,क्योंकि सीमा पर हमारे वीर जवान प्रहरी हमारी रक्षा हेतु सीना तान कर खड़े होते हैं ताकि हम सबके जीवन में खुशहाली और उल्लास शांति बनी रहे। देश की स्वतंत्रता के पूर्व भी अनेक वीर सपूतों ने अपना जीवन वतन के लिए,हम सबके लिए अर्पण कर दिया।
हमें उनके बलिदानों को दिल में संजोकर रखना चाहिए और उनका सम्मान सदैव स्वर्णाक्षरों में याद करना चाहिए। देश पर अनेक बार संकट की घड़ी आई,लेकिन हमारी सैन्य शक्ति उसका डटकर मुकाबला करती है,और कभी देश व देशवासियों पर आंच नहीं आने देती है। इसके लिए हम सबको अपने वीर सपूतों -वीर जवानों पर गर्व होना चाहिए,और उनके बलिदानों को कभी भी भूलना नहीं चाहिए। हम सभी कई दिनों तक रंगभरी होली खेलेंगे,किंतु जब हम सब देशवासी होली खेल रहे हैं तब हमारे जवान सीमा पर गोली झेल रहे हैं। आज भी हमारे पांच सैनिक घायल हैं,लेकिन दुश्मन के ठिकानों को खत्म कर अपने शौर्य भरे कार्य का परिचय पूरे विश्व को दिया है। ऐसी कई होली की शाम हमारे वीर जवानों के नाम उनके हौंसले को सलाम करते हुए उन्हें शत-शत वंदन करते हैं। जय हिंद,जय जवान।