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बंधन से परे है ये रिश्ता

तृप्ति तोमर `तृष्णा`
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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मित्रता औऱ जीवन…

मित्रता है जीवन का अनमोल रिश्ता,
जिंदगी का सबसे अलग, अनोखा है ये नाता।

बंधन, पाबंदियों से परे है ये रिश्ता,
वफ़ा, निष्ठा से ओत-प्रोत है ये रिश्ता।

सभी रिश्तों से सबसे ऊपर है ये मित्रता,
सभी रिश्तों-नातों में सर्वोत्तम है ये मित्रता।

न कोई अमीर दोस्त, ना कोई गरीब दुश्मन,
ना किसी का अपमान, ना किसी का ज्यादा सम्मान।

तेरा मुझको अर्पण, मेरा तुझको अर्पण,
इसमें दोनों तरफ से होता परिपूर्ण समर्पण॥

परिचय–तृप्ति तोमर पेशेवर लेखिका नहीं है,पर प्रतियोगी छात्रा के रुप में जीवन के रिश्तों कॊ अच्छा समझती हैं। यही भावना इनकी रचनाओं में समझी जा सकती है। साहित्यिक उपनाम-तृष्णा है। जन्मतिथि १६ नवम्बर एवं जन्म स्थान-विदिशा (मप्र) है। वर्तमान में भोपाल के जनता नगर-करोंद में निवास है। प्रदेश के भोपाल से ताल्लुक रखने वाली तृप्ति की लेखन उम्र तो छोटी ही है,पर लिखने के शौक ने बस इन्हें जमा दिया है। पीजीडीसीए व एम. ए. शिक्षित होकर फिलहाल डी.एलएड. जारी है। यह अधिकतर कविता लिखती हैं। एक साझा काव्य संग्रह में रचना प्रकाशन और सम्मान हुआ है। कुछ स्पर्धा में प्रथम भी आ चुकी हैं।

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