सात समन्दर पार

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* जाना है अब मुझे सात समन्दर पार,जहाँ हमारे प्रियतम, करते हैं इंतजार। विरह की वेदना, अपने मन में हैं लिए,कुंठित आकुल मन से, मुझे याद किए।…

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सिमट रही है दुनिया…गलियारा

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* दो दीवारों के बीच की जगह गलियारा,जहाँ होता है कभी-कभी अंधियारा। पहले बड़े-बड़े भवनों में होता था गलियारा,अब तो सिमट रही है दुनिया, नहीं…

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भर दे झोली

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* भर दे झोली खाली,सब सुख देने वालीमहिमा बहुत निराली,जय माँ शेरावाली। शत-शत शीश नवाते,गुण तेरा सब गातेमहिमा तेरी न्यारी,कहते नहीं अघाते। करती जग रखवाली,जग तेरी फुलवारी।तेरी…

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नव वर्ष है, क्या हर्ष है

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* नव वर्ष है, क्या हर्ष है,चारों ओर पावन परिवेश है। नई फसल लहलहा उठी,धन-धान्य से धरती झूम उठी। मिल सके सबको पेट भर अन्न,सहयोग गर करें…

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कर हौंसला बुलंद

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** उठ! कर हौंसला बुलंद,तूफानों से अब क्या घबराना ?जीवन में कुछ ऐसा कर,कि याद करे तुझे ज़माना। मंजिल चाहे दूर ही सही,जन-जन को है तुझे जगानाछल-कपट से…

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उसूल

डॉ. बालकृष्ण महाजननागपुर ( महाराष्ट्र)*********************************** जब उसूल सेबड़े ख्वाब होते हैं,तब व्यक्ति अधिकदुःखी होता है। ज़िंदगी में कभीउसूल ही ना हों तो,वह नीरस हो जाती है,'तब किसी केउसूल स्वार्थी हों,किसी…

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मत हो निराश

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** मत हो निराश तू,सर्वत्र दु:ख का ताना-बाना हैभरोसा रख ईश्वर पर तू,सोच अवश्य कोई ठिकाना है। माना परिस्थितियाँ है विपरीत,पर रहना है सत्कर्म पर समर्पितवर्तमान…

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…तो हम मर जाएँगे

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सिर्फ जिंदा रहेंगे तो हम मर जाएँगे,सिर्फ ऊर्जा रखेंगे तो हम मर जाएँगेहिम्मत हों साथ में अक्ल से हो दोस्ती,अगर यकीन ख़ुद पर तो…

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वह बेटी हमारी है

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ हमारे घर-आँगन में महक रही वह क्यारी है,नन्हीं वह अपने छोटे-छोटे पैरों से चलतीहँसती-खेलती मस्ती करती है,वह बेटी हमारी है। खुशी के इस खुशनुमा माहौल…

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बोलते रहिए

बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** कुछ हाल ए दिल अपना भीसुनाते रहिए,खामोशियों के समंदर मेंगोते क्यों लगाते होवहम आइनों केबताते रहिए। सुना है हमनेखामोशियों से,डूब जाते हैं सारे रिश्तेलफ़्ज़ों में घोल के…

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