रक्षा करना भाई…

डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदीइंदौर (मध्यप्रदेश)********************************** पूरनमासी सावन की भैया की भरे कलाई।रक्षा करना-रक्षा करना-रक्षा करना भाई…॥ एक प्रेम की गांठ है ये जो जीवन का चन्दन है,वचन और संकल्प निभाने…

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रक्षाबंधन

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** मीठा रिश्ता भाई-बहना,सावन का आया दिन अंतिम।पूर्णिमा की चँचल चाँदनी,निकले छिप-छिप स्यामल मध्यिम। बहन सदैव स्नेह तरंगिनी,भाई सदा भरोसे निर्झर।बहते झरते महके भीनी,मिलते रहते जीवन सागर। नयनाभिराम…

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नेह के धागे

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* स्नेह के धागे... सबसे प्यारा सबसे निराला,राखी का त्योहाररेशम के धागे से बंधा,होता भाई-बहना का प्यार। भाई के उजले माथे पर,बहन लगाती स्नेह टीकाजिसकी कोई बहन…

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गुरु की महिमा महान

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** गुरु की महिमा गुरु ही जाने,मैं तो बात बता रहा हूँ अपनीमाता-पिता ने मुझे दिया जीवन,गुरुजी मुझे आपने बताया ज्ञान। मैं था बस एक जड़…

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घरौंदा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* लघुतर स्वप्नों खोया जीवन, क्षुधार्त तृषाकुल पथ जाता है,कहाँ घरौंदा लावारिस पथ, बदनसीब स्वयं सिहरता है। कहाँ वास उपहास सामाजिक, कहाँ गात्र वसन ढँक…

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सागर और सरिता

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** "सुनो सरिते रौद्र रूप धर,क्यों तांडव तुम यूँ करती हो ?है सहज सरल तुम शांत स्वभावी,फिर दहशत क्यों तुम भरती हो ? आकंठ डुबाकर जनजीवन जल…

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मन की व्यथा

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* मन की व्यथा किसे सुनाऊं,दर्द छिपा है सीने में किसे बताऊं ?आघात हुआ है दिल में,मर्म की व्यथा कोई न जानेजी रहे हैं घुट-घुट कर,बताऊं भी…

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हे बालाजी

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** हे बालाजी, हे बालाजी,सुनो हमारी पुकारमैं आऊँ आपके धाम,सबसे बड़ा आपका नामहे बालाजी, हे बालाजी,है भगवान, है भगवान। आपसे ही अर्जी, आपसे ही काम,जीवन संवर जाए जब…

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सच्चा मित्र

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* जो दु:ख में बिना बुलाए आता है,जो हमारे रोने पर रो जाता हैजो हिम्मत, आश्वासन देता है,वही सच्चा मित्र कहलाता है। सच्चे मित्र पे गुमान करते…

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आया राखी का त्यौहार

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* स्नेह के धागे... लो आया राखी का त्यौहार,लाया भाई-बहन का प्यारइस त्यौहार के लिए वर्षभर,बहिना करती है इन्तजार। प्रेम के धागों का शुचि बंधन,मस्तक पर रोली ज्यों…

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