रचनाकर

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* ईश सृष्टि से है बड़ा, कवि रचना संसार।इसमें बस आनंद है, कवि है रचनाकार॥ ईश्वर की इस सृष्टि में, षड रस का है मेल।कवि की रचना…

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बेटियाँ किसान की

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** खेतों में काटती वे बालियाँ, गेहूँ, जौ, बाजरे और धान कीकितनी सुंदर लगती है श्रम, कण में वे बेटियाँ किसान की। गदराए जिस्म-जवानी पर, सोने की…

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ख़ामोश रहते-रहते

डॉ.अशोक कुमार शर्मा पटना(बिहार)********************************** यह ज़िन्दगी की रफ्तार,धीमी कर जाती हैआगे बढ़ने में मदद नहीं करती,हौंसला बढ़ाने की परम्परा,यहाँ कम हो जाती है। सब्र करना जरूरी है,रिश्ते निभाने के लिएएक…

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मानवता जीवन की शोभा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मुस्कानों को जब बाँटोगे, तब जीने का मान है।मानवता जीवन की शोभा, मिलता नित यशगान है॥ दीन-दुखी के अश्रु पौंछकर,जो देता है सम्बल।पेट है भूखा, तो…

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बदल जाते हैं ईमान

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** हस्ताक्षर से बदल जाते हैं,कितने के ईमान और धर्मपर बदलते नहीं,एक सत्यता कीअमरत्व की अटूट,अनुभवी कृतज्ञता कीअभिलेख पहचान। कितने सपने बनते और टूटते हैं,बनाने को अथक परिश्रमकी…

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देखी नहीं माँ की सूरत…

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** मैने देखी नहीं, माँ की सूरत,कहाँ से पाऊँगा, माँ का प्यार। माँ करती है प्यार-दुलार,ये बतियाते हैं मुझसे यारमैं अनाथ ये क्या जानूं ?क्या होता है माँ…

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तीरथ राज प्रयाग

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** त्रिवेणी के संगम में छुपा बड़ा है राज,गंगा, यमुना, सरस्वती, अद्भुत है अनुरागमहाकुंभ स्नान पर दिखता है बैराग,संगम तट में बसा, सनातनी का रागतीरथ सबसे…

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उजास पले

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* होंठों पर ऐसे शब्द चले,बाहर-भीतर उजास पलेफैले ना गम का तम कहीं,हो खुशी का उजास वहीं। नव पल्लव नव कल्लव हो,शोक संताप न कहीं…

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मतदाता का फिर मोल

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मतदाता का मोल फिर, बढ़ता पुन: चुनाव।हाथ जुड़े नेता पुनः, प्रजा टटोले भाव॥ सत्ता का ऐसा नशा, भूले मनुज ईमान।हिंसा दंगा गबन रत, नेता…

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राम-राज लाइए

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** राम-राज... सदमार्ग वाली राह, लोग जो हैं भूल गए,उनको सद ज्ञान का, प्रकाश दिखाइए॥देश के लिए जो वीर, प्राण बलिदान किए,वीरता की गाथा युवा, पीढ़ी को…

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