संंबंधों के बंध
डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** संबंधों के बंध न छूटे,आओ कुछ पल संवाद करें।बात न भाये हृदय भाव को, कुछ भूल चले, कुछ याद करें॥ मृदुवाणी भी काम न आये, मन…
डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** संबंधों के बंध न छूटे,आओ कुछ पल संवाद करें।बात न भाये हृदय भाव को, कुछ भूल चले, कुछ याद करें॥ मृदुवाणी भी काम न आये, मन…
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* लोकतंत्र के यज्ञ में, मत का आहुति दान।मिलकर कर लो जन सभी, यही पुण्य अभियान॥ जनता का हथियार यह, पाते हैं अधिकार।हर एक मत का मूल्य…
संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* राम-राज... दिवाली आई,बड़ी धूम-धाम से रोशनी लाई…घर-घर, हर घर रोशनी होगी,घर-घर, हर घर दीए जलाएँ…रोशनी तो होगी इस शहर में,रोशनी तो होगी गली-कूचे में…रोशनी इतनी तेज…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* राम-राज... आओ मनायें फिर से दीवाली।लंका विजय कर आये श्रीराम॥ खूब सजी है आज अयोध्या नगरी,चहुँओर छलके-ढलके प्रेम गगरी।दीप जलाओ उजियारा हो सगरी,बचे ना…
अंजना सिन्हा 'सखी'रायगढ़ (छत्तीसगढ़) ********************************* जा रे चंदा कह साजन से, सजनी राह निहारे।करवा चौथ पर्व आया, उनको हृदय पुकारे॥ मचल रहे हैं अरमां मेरे, करनी उनसे बातें,वे निर्मोही कटना…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************** दाना चुगता आयु का वह, काल से उसका नाता हैसमय पँख वाला होता है,छूते ही उड़ जाता है। छोड़ अक्ल के अंधे न बनो, दिखलाता किसे ठिठाईकिस…
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* जैकरेंकहतलोग संतमनभावनप्रकृति लागतहिमरथी हेमन्त। हैसुखखेतनदेख हरालहलहातेडालियाँ झूमतहिमरथी हेमन्त। हेऋतुमहंतहुआ शीतमानव जीवसबैं ठिठुरतहिमरथी हेमन्त। मैंकहूँतुमसेढँको तनबचाओ स्वयंऋतु आई शीतहिमरथी हेमन्त॥ परिचय- डॉ.आशा गुप्ता का लेखन में उपनाम-श्रेया…
दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** भारत के लोगों जरा सुनो तुम,कान लगाकर बात।मत की अपने, कीमत पहचानो, देखो फिर करामात।तुच्छ स्वार्थ में ही ना तुम,गलत कहीं ना भटक जाना,अभी…
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** बचपन में भी बड़े मजे, जब आई दीवाली रेसात दिनों की छुट्टी होती, बंद पढ़ाई रेबस स्कूल के गृह कार्य में बची कड़ाई रे,मिट्टी का…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* साहस को यदि पंख लगाओ, तो मिट जाये उलझन।असफलता मिट जाये सारी, भरे हर्ष से जीवन॥ बने हौंसला गति का वाहक, प्रीति-नीति सिखलाता,कर्मठता का ज्ञान कराता,…