साँस दे ज़िन्दगी को पवन

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* ज़िन्दगी ही न खुद की हुई,चाहती दूसरों को रही।बन्दगी जिस घड़ी सज गई,मांगती उस घड़ी कुछ नहीं। उम्र बचपन, जवानी, बनी,फिर बुढ़ापा मिले अनुभवी।साँस, धड़कन,…

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मेरे आराध्य राम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* आराध्य राम की पूजा में, मैं सारी उम्र बिताऊँगा।जयराम कहूंगा अधरों से, मैं भवसागर तर जाऊँगा॥ धर्म-नीति के जो रक्षक,हैं नित्य सदा ही हितकारी।उनकी गरिमा-महिमा पर…

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बदलता परिवेश

डाॅ. अरविंद श्रीवास्तव ‘असीम’दतिया (मध्यप्रदेश)***************************************************** परिवर्तन की लहर चल रही,बदल रहा परिवेश।भाईचारा नहीं रह गया,संकट में है देश॥ टीवी-मोबाइल की संस्कृतिसबके मन में छाई,नहीं मूल्य जीवन मूल्यों काबड़ी गिरावट आई।अपनेपन…

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बदल रहा है आज जमाना

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* भौतिकता के नए दौर में,बदल गया सब ताना-बाना।रिश्तों की मर्यादा टूटी,बदल रहा है आज जमाना॥ चौपालें सूनी हैं सारी,संस्कारों का मान घटा है।रिश्तों में अब पड़ी…

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हे! महावीर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* महावीर जयन्ती (४ अप्रैल विशेष)... महावीर कल्याणक तुमने दिया अहिंसा-गीत।तुम हो मानवता के वाहक, सच्चाई के मीत॥ राजपाठ तुमने सब त्यागा, करने जग कल्याण,हिंसा और को…

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कोई जग में नहीं पराया

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* पूरी वसुधा इक कुटुंब है,हमने सबको ही अपनाया।सीमाएं तोड़ी सरहद की,कोई जग में नहीं पराया॥ जग पूरा अपना घर-आँगन,सबसे मानवता का रिश्ता।सबकी रग में रक्त एक-सा,कौन…

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मेरे राम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* रामनवमी विशेष... आराध्य राम की पूजा में, मैं सारी उम्र बिताऊँगा।जयराम कहूंगा अधरों से, मैं भवसागर तर जाऊँगा॥ धर्म-नीति के जो रक्षक, हैं नित्य सदा ही…

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बनी मन्जिल मगर…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* बनी मन्जिल मगर राही, सभी पहले गुज़र जाएं।भटकता राह बिन ही दिल, मुसाफिर फिर किधर जाएं॥ सजाते पर्व-सा मंज़र, करे आगाज़ जब जीवन,दुखी होते पहुंचता…

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जोश भरी कविताएँ हैं

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ नारी : मर्यादा , बलिदान और हौसले की मूरत... समझो हमें न अबला हम तो,भारत की सबलाएँ हैं।जला गगन को भी दें हम वह,जौहर की ज्वालाएँ हैं॥ तीर…

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जगत में नारी बड़ी महान

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* नारी: मर्यादा, बलिदान व हौसले की मूरत... देवगण करते वहां निवास,जहाँ नारी का होता मान।सृष्टा की अद्भुत रचना है,जगत में नारी बड़ी महान॥ त्याग दया सेवा…

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