प्रभु की दया

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* कोई न संग साथी, चौबीस वर्ष बीते।हमने इन्हीं दिनों में, मन-प्रेम, चैन जीते।प्रभु की दया बनी है, दु:ख-दर्द जो मिटाते।वे ही विकल्प देते, संकल्प हम…

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गाता है मधुमास सुहाना

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* आया मनभावन बसंत... ओढ़े पीली चादर धरती,लगता ज्यों नव वधु का आना।स्वागत करती मधुर कोकिला,गाता है मधुमास सुहाना॥ अवतरित हुई मात शारदे,करने जगत में ज्ञान प्रसार।बैठे…

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जीवन-दान

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* बाँट रहे हो उसको जिसने, जीवन दान दिया।उसका सीना छलनी करके, कैसा मान दिया॥ घर धन दौलत तुम सब-कुछ बाँटो, माँ कैसे बांटोगे ?माँ को दुख…

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समय की किसको खबर…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* अगले समय की किसको खबर है।पर उम्रभर की सबको फिकर है।मिट कर रहेगा जीवन जगत में,सब जानते पर किसको असर है॥ ऊँचा गगन से खुद…

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निठल्ला…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************** अलाव में डालते लकड़ी के टुकड़े…'तेज ठंड हो रखी है ना' मंगू बोलाजैसे बहुत बड़ा कोई राज खोला,ठंड फकत उसी को है जैसे जकड़े…। मुँह बिचकाती खड़ी…

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जय गणतंत्र

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************ स्वतंत्र देश और हमारी जिम्मेदारी... जय हो जय गणतंत्र की,जय हो भारत वर्ष।सतत् प्रगति की राह पर,मिले नया उत्कर्ष॥ नया सृजन गढ़ते रहें,नया-नया परिवेश।विश्व गगन…

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शोभित हिंदुस्तान हमारा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* गंगा-यमुना-सी नदियों की, बहे जहाँ शुचि धारा।वन, उपवन, हिमगिरि से शोभित हिन्दुस्तान हमारा॥ होली-दीवाली मनती है, जहाँ खुशी के मेले।जहाँ तीज-त्यौहार सभी ही, सचमुच हैं अलबेले।ईदों…

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राम अवध हैं लौटते

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* वायु सुगंधित हो गई, झूमे आज बहार।राम अवध हैं लौटते, फैल रहा उजियार॥ सरयू तो हर्षा रही, हिमगिरि है खुश आज।मंगलमय मौसम हुआ, धरा कर रही…

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लो आ गए सिया के राम

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** लो आ गए हैं सिया के राम।आ गए हैं राधा के श्याम॥ बरसों की तपस्या का फल है मिला,अवध में हर चेहरा है आज खिला।आने से प्रभु…

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सुना है वहाँ राम लला आए हैं

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ मची है धूम कैसी अवध नगरी में।सुना है वहाँ राम लला आये हैं,बिछे हैं फूल घर-घर सदर देहरी में। अवध नगरी है देश भारत में,युगों से जहाँ राम…

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