भूल-भुलैया

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* है रिश्तों की भूल-भूलैया, साँसों का ताना-बाना।सुख फूलों-सा दु:ख काँटों-सा, क्या रोना, क्या इतराना॥ ऊपर वाला भांति-भांति का, सबका लेख बनाता है।जिसने जितनी हवा भरी है,…

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भरिए सदा ज्ञान चित्रगुप्त भगवान

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* करती वंदन देख सदा मैं, हे चित्रगुप्त भगवान।भरिए जीवन में आप सदा, देख सदा अब ज्ञान॥ ब्रह्मा तन से जन्म लिए हो, कर में कलम-दवात।पाप-पुण्य का…

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मन भज ले तू राम रमैया

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* राम नाम का जाप करो सब, एकमात्र हैं वही खिवैया।वे सबके हैं पालनहारे, भज ले मन तू राम रमैया॥ जिसने प्रभु की महिमा गाई, जीवन में…

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मनाएं ऐसी दीवाली…

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* राम-राज... आओ मिलकर आज मनाएं, अपनी ऐसी दिवाली।तेल नदारत दिया गायब, चाहे हो अब फटहाली॥ सवा अरब की आबादी पर, लावारिस दादा-दादी।जरा सोच तू मानव प्यारे,…

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हे ! कृष्ण-कन्हैया

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* द्वापर के है! कृष्ण-कन्हैया, कलियुग में आ जाओ।पाप बढ़ रहा, धर्म मिट रहा, अपना चक्र चलाओ॥ अर्जुन आज हुआ एकाकी, नहीं सखा है कोई।राधा तो अब…

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मानवता जीवन की शोभा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मुस्कानों को जब बाँटोगे, तब जीने का मान है।मानवता जीवन की शोभा, मिलता नित यशगान है॥ दीन-दुखी के अश्रु पौंछकर,जो देता है सम्बल।पेट है भूखा, तो…

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आराध्य राम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* आराध्य राम की पूजा में, मैं सारी उम्र बिताऊँगा।जयराम कहूंगा अधरों से, मैं भवसागर तर जाऊँगा॥ धर्म-नीति के जो रक्षक,हैं नित्य सदा ही हितकारी।उनकी गरिमा-महिमा पर…

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मतदान करें

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** है अखंड भारत यह अपना, जिसमें मत अधिकार है।कर्म देशहित में कर जाएँ, इससे नित उद्धार है॥ भारत के सब नागरिकों को, करते शुभ आह्वान है।जागरूकता…

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अंतःतमस मिटाएँ

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** जिस दिन अंत:तमस मिटेगा, समझो सच्ची दीवाली।मानवता का भाव जगेगा, हृदय नहीं होगा खाली॥ दीन-दुखी की सेवा करते, समझो मन उनका सच्चा,लोभ मोह में फँसा रहे…

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संंबंधों के बंध

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** संबंधों के बंध न छूटे,आओ कुछ पल संवाद करें।बात न भाये हृदय भाव को, कुछ भूल चले, कुछ याद करें॥ मृदुवाणी भी काम न आये, मन…

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