इंसानी भक्षक `कोरोना` बना कुत्ते-बिल्लियों का ‘रक्षक’!

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** आज जब हमारा देश हिंदू-मुस्लिम वायरस से बाहर नहीं निकल पा रहा,पूरी दुनिया `कोरोना` वायरस के बढ़ते प्रकोप से घबराई हुई है,भारत सहित विश्व के शेयर…

0 Comments

अब तो संवैधानिक रुप से सिंहासन पर बैठाओ

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* हिंदी जानती है उसे सतत् बहते रहना है, बहते-बहते ही उसे यहाँ अक्षुण्ण रहना हैl मर जाते हैं लोग वो जो जड़ से टूटे हों,…

0 Comments

हिंदी के राष्ट्रभाषा बनने की बुनियाद कमज़ोर है क्या ?

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. सौ बरस से अधिक समय हो गया हिंदी को राष्ट्रभाषा का अधिकार मिले,पर आज भी हिंदी सिर्फ हिंदी मानने वालों के कारण…

0 Comments

आत्मा का स्वाभाविक धर्म है क्षमा

क्षितिज जैन जयपुर(राजस्थान) ********************************************************** जैन धर्म में पर्यूषण पर्व के उपरांत 'क्षमावाणी' पर्व मनाया जाता है,जिसमें प्रत्येक व्यक्ति अन्य से जाने-अनजाने में किए गए किसी ऐसे काम के लिए क्षमा…

0 Comments

जिन्दगी हर पल एक नया अवसर

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* हमारी जिंदगी उतार-चढ़ावों से भरी होती है। हम सब सोचते हैं कि यदि अवसर मिलता तो एक बढ़िया और नेक काम करते,लेकिन हमारी बढ़िया या नेक…

0 Comments

जाकिर का विष सम्पूर्ण मानवता के लिये गंभीर खतरा

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* भारत में साम्प्रदायिक सौहार्द एवं आपसी भाईचारे की तस्वीर को रौंदने वाले,हमेशा ही विवादों को अपने साथ लेकर चलते वाले एवं खुद को धर्मोपदेशक कहने वाले…

0 Comments

व्यथा भारतमाता की

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** दोस्तों,सपने में १५ अगस्त २०१९ की सुबह हो गई है। हमें आजाद हुए ७२ वर्ष पूरे हुए। चारों ओर लोग एक-दूसरे को बधाईयाँ…

2 Comments

अपनी चुप्पी तोड़ें…

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** १७ साल की एक लड़की एक विधायक के घर नौकरी के लिए बात करने जाती है और फिर कुछ समय बाद वह बताती है…

0 Comments

आँचल का पहला फूल

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान)  *********************************************************************************- माँ का आँचल और आँचल का पहला फूल नारी को सम्पूर्ण नारीत्व का भान कराता है। माँ बनना नारी की सम्पूर्णता है। मातृत्व का…

0 Comments

देशहित के लिए अंर्तराष्ट्रीय कर्ज का बोझ

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) ************************************************************** भारत देश विकास और तकनीकी के क्षेत्र में विकासशील देशों के दायरे में आ गया है। आज मोदी की जय-जयकार के नारे भारत देश ही नहीं,विदेशों…

0 Comments