मकर संक्रांति फिर कब आएगी माँ ?

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. 'चिंकी जल्दी-जल्दी कदम बढ़ाओ। आज बहुत देर हो गई है। सालभर का त्योहार है। मुझे भी आज ही लेट होना था।…

0 Comments

रिश्तों की डोर

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. आज संक्रांति के त्योहार पर हमेशा की तरह छत पर पतंगबाजी का कार्यक्रम था। घर के सभी सदस्य तीनों बेटे,तीनों बहुएं,बच्चे,सास,ससुर सुबह से…

1 Comment

कटी पतंग

रिंकू कुमावतमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. पंकज और पीयूष नाम के २ मित्र राजस्थान के छोटे से गाँव लालपुर में रहते थे। दोनों बचपन से ही दोस्त थे। यह…

0 Comments

बोहनी

देवश्री गोयलजगदलपुर-बस्तर(छग)********************************************** वसुदेव सुबह-सुबह फेरी लगाने निकल रहा था…। वसुदेव गली-गली फेरी लगाकर गुब्बारा,चकरी, झुनझुना खिलौने आदि बेचा करता था…। 'तालाबंदी' के चलते वसुदेव की हालत बहुत खराब थी,बिक्री न…

0 Comments

रूठी हँसी की खोज

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)************************************************** तेरासी टपे तो कुछ बूढ़े लोगों से संगति हुई। समय-समय पर गोष्ठी होने लगी। अच्छा लगा। इस तरह कई मास बीते। संगतियों को मेरी…

0 Comments

यादें

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* "पापा आपसे कुछ नहीं बनता है! दवा भी नहीं पी पा रहे हैं! और चम्मच में भरी सारी दवा ही फैला दी! ऐसा कैसे चलेगा…

0 Comments

असली माँ

डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’इन्दौर (मध्यप्रदेश)**************************************** सुभद्र दत्त मगध देश का रहने वाला था। उसकी अतिगुणवती सुशील २ स्त्रियां थीं। एक वसुदत्ता,दूसरी वसुमित्रा। इन दोनों को बहुत समय तक कोई पुत्र…

0 Comments

मेरा अभिमान

डॉ.शैल चन्द्राधमतरी(छत्तीसगढ़)************************************************ आज राधा बहुत खुश थी। वर्षों पुराना उसका स्वप्न आज साकार हो गया था। वह बहुत गर्व महसूस कर रही थी। अनायास ही वह यादों के समंदर में…

1 Comment

नाराज़गी

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************* माँ जी,रॉकी ने सुबह से कुछ नहीं खाया है,और अभी दोपहर होने को आई,वो खाने की तरफ़ तो देख ही नहीं रहा हैl ऐसा तो कभी नहीं हुआ,क्या…

0 Comments

जोर का झटका

वीना सक्सेनाइंदौर(मध्यप्रदेश)*********************************************** सुबह से ही आज घर में अजीब-सा माहौल थाl बहू साढ़े सात पर पहली चाय देती थी,आज सात बजे ही दे गई…मैं रोज साढ़े ६ बजे उठ जाता…

0 Comments