सच्चा मित्र

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** मित्रता और जीवन.... मित्रता की जब बात लिखूँ,तो कैसे भूलूँ विदित कहानीकृष्ण-सुदामा की बात ना हो,तो रह जाएगी अधूरी कहानी। मित्र बिना तो जीवन सूना,कौन सुनेगा दिल…

0 Comments

बंधन से परे है ये रिश्ता

तृप्ति तोमर `तृष्णा`भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** मित्रता औऱ जीवन... मित्रता है जीवन का अनमोल रिश्ता,जिंदगी का सबसे अलग, अनोखा है ये नाता। बंधन, पाबंदियों से परे है ये रिश्ता,वफ़ा, निष्ठा से ओत-प्रोत…

0 Comments

दोस्ती का चमन लहलहा लीजिए

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ मित्रता और जीवन... एक ख़ुशबू का विरबा लगा लीजिये,दोस्ती का चमन लहलहा लीजिये। नफरतों की घटाएँ घिरी आ रहीं,प्यार का आप दीपक जला लीजिये। एक दिन स्वाहा हो…

0 Comments

दोस्त ही जीवन

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** मित्रता और जीवन... आओ मैं करूँ आज बात उनकी,जिनके हँसने से होती है सुबहजिनके रोने से होती है शाम,'दोस्त' है वह दूजा ना कोई नाम।…

0 Comments

मित्रता

माया मालवेंद्र बदेकाउज्जैन (मध्यप्रदेश)********************************* मित्रता और जीवन.... 'मित्रता' दिवस है, जरा दिल खोल बोलिए,सर्प संग नाता जोड़, विष मत घोलिएसर्प विष, विष नहीं शिव का प्याला है,मित्रता भी उसी तरह,…

0 Comments

उल्टे कर्म

मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)**************************************** कर्म उल्टे ही करता गया, बनकर वो सिरफिरा,जिन्दगी का मजा खुद ही, कर दिया किरकिरा। शर्मिन्दा होकर दिन-रात, आँसू बहाता जा रहा,मगर अपनी बुरी आदतों को,…

0 Comments

सखा बेमोल

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** मित्रता और जीवन... मित्र अमोल,रखिए मेल जोल-सखा बेमोल। बनाएं दोस्त,दिल धड़क दोस्त-आस्था दोस्त। न करो राख,मित्रता ही साख-रिश्ता खास। दोस्ती ज्ञान,रिश्ता इसे जान-बनाएं मान। मीठे से बोल,रुपए…

0 Comments

मित्र सदा अनमोल

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मित्रता और जीवन... भूलो बिलकुल भी नहीं,मित्र निभाता साथ।हर मुश्किल में संग है,नहीं छोड़ता हाथ॥नहीं छोड़ता हाथ,लड़े वो सारे जग से।रखे छुपा सब राज़,सुपरिचित वह रग-रग…

0 Comments

अंदाज बदल गए

डॉ.सरला सिंह`स्निग्धा`दिल्ली************************************** मित्रता और जीवन... 'मित्र' शब्द में मित्रता नहीं,स्वार्थ समाने लगा हैकृष्ण-सुदामा से इतर,दुर्योधन नजर आने लगा हैकिसी पर यकीन,किया जाए तो कैसे ?बन्द आँखों विश्वास किया,पीठ पर वार…

0 Comments

त्याग मांगती मित्रता

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* मित्रता और जीवन... स्वार्थ भावना से रहित, होता सच्चा यार।कृष्ण-सुदामा की तरह, होता सच्चा प्यार॥ त्याग मांगती मित्रता, जहां नहीं हो स्वार्थ।प्रेम भाव मन में रहे,…

0 Comments