मैं भी आज तिरंगे में होता…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** अपना सम्मान तिरंगा... एक डाल पर मैना बैठी,एक डाल पर बैठा तोतातोता बोला,-सुन औ मैना,काश! मैं भी सैनिक होता। मैं भी तिरंगे की लाज बचाता,देश की खातिर…