माँ का आँचल
तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ****************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … माँ तेरे आँचल तले जबथक के मैं सो जाता हूँ,भूल के ग़म दुनिया के सारेमधुर सपनों में खो जाता हूँ।…
तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ****************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … माँ तेरे आँचल तले जबथक के मैं सो जाता हूँ,भूल के ग़म दुनिया के सारेमधुर सपनों में खो जाता हूँ।…
डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … रचना शिल्प:३० मात्रा, १६-१४ पर यति, कुल ४ चरण, क्रमागत २-२ चरण तुकांत, पदांत- स्वैच्छिक, १ गुरु अनिवार्य माँ…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … धूप में आँचल से,ढक देती मेरा सरनज़र लग ना जाएमाथे पर लगातीकाला टीका। खुद रहे भूखी,मगर मुझे देभरपेट खाना,अंगुली पकड़चलना…
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … माँ सृष्टा की अद्भुत रचनामाँ सम कोई और नहीं।जन्नत है माँ के चरणों मेंमाँ रूठे तो ठौर नहीं॥ मिलती…
गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … बारिश की रिमझिम बूंदों में,ख्वाब में और मेरी नींदों मेंहर पल तू मुस्काती है माँ,याद मुझे तू आती है…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … ओ मेरी प्यारी माँ,तू कितनी दयालु थीघर आए भिखारी को भी,प्रेम से खाना खिलाती थी। मेरी खातिर तू कितना,तड़पा करती…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … नि:स्वार्थ प्रेम से भरी होती है, हर माँ की ममता,माँ जैसा प्यार करे, यह नहीं है किसी में क्षमता।…
तृप्ति तोमर `तृष्णा`भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … माँ की उंगली पकड़कर चलते हम,जिंदगी की शिक्षा, अनुशासन सीखते हम। सही-गलत की परख कराती सुषमाँ,अच्छे-बुरे की पहचान बताती…
राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) ... विश्व में श्रेष्ठ और महान,जननी, माँ, माता, अंबा नाममाँ ही ईश्वर और चारों धाम,आरती करूं मैं सुबह-शाम। सारा जीवन करती…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** ममता करुणा हृदय तल, स्नेह सुधा उर पान।माँ जननी धरती समा, तू जीवन वरदान॥ क्षमा दया जीवन कला, तू जीवन सुख छाँव।सुख दुख आपद…