एक शिक्षक ऐसे भी

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* हमारे देश भारत में दिवसों की कमी नहीं है। उन्हीं में एक दिवस 'शिक्षक दिवस' भी है, जिसे बाकी दिवसों की तरह हम मना…

0 Comments

रंग लाया संघर्ष, ‘भारत’ नाम के लिए सरकार ने बढ़ाए कदम

डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** जी-२० के लिए राष्ट्राध्यक्षों हेतु भारत की राष्ट्रपति की ओर से तैयार निमंत्रण पत्र में अंग्रेजी में भी 'प्रेज़िडेंट ऑफ़ भारत' का प्रयोग किया गया है,…

0 Comments

शिक्षक दिवस

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* शिक्षक दिवस विशेष.... ऐ मेरे दिल सजाना, मान भी शिक्षकों का।गीत लिखता अगर तू, एक 'शिक्षक दिवस' का॥ जन्म तेरा हुआ जब, साथ था वक्त…

0 Comments

आधुनिक हिन्दी के जनक भारतेंदु हरिश्चंद्र

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** जयंती (९ सितम्बर) विशेष.... अवधी-ब्रज बेमेल का हिन्दी में किया था मेल,काशी के हरिश्चंद्र का भारत में हिन्दी प्रयोग व खेलआशीष बाबा विश्वनाथ का पाकर…

0 Comments

सबमें तुम्हीं समाए

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** सुना है सबमें तुम्हीं समाए,बात ये कैसी समझ के पार।दुखिया मन, विवश पड़ी है,हो गयी दर्शन को बेकरार।चरण कमल की शरण में,कान्हा, आई मैं तेरे द्वार। समझ…

0 Comments

शिक्षक महिमा अतिगहन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मातु-पिता भाई समा, मीत प्रीत गुरु होय।सदाचार परहित विनत, समरसता गुरु सोय॥ ज्ञान कहाँ जन गुरु बिना, कहँ दर्शन भगवान।भवसागर से मुक्ति कहँ, कहँ…

0 Comments

श्रीकृष्ण अवतार

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* आ गया भादो का महीना,घर-घर होने लगा है शोरश्रीकृष्ण का जन्म हुआ,नाचने लगा वन में मोर। श्रीकृष्ण जी गजब ढाए,लाए काली घटा घनघोरदेव लोक से आ…

0 Comments

बढ़ते जाना

आशा आजाद`कृतिकोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** जीवन है अनमोल, निरंतर बढ़ते जाना।कंटक पथ में देख, सभी को सहते जाना॥ सच्चे पथ की राह कठिन होती है हरपल।जिज्ञासा का भाव सदा हिय धरते जाना॥…

0 Comments

संगीत निराला संध्या का

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* संगीत निराला संध्या का,कतार बन गई पंछियों कीचहचहाकर जब जाने लगे,अपने नीड़ों की ओर सब पंछी। राह देख रहे नीड़ों में बच्चे,मुँह को खोल भोजन पानेशाम…

0 Comments

मंच की काव्य गोष्ठी १० सितम्बर को

कुरुक्षेत्र (हरियाणा)। सार्थक साहित्य मंच की अगस्त मास की काव्य गोष्ठी १० सितम्बर रविवार को आयोजित है। मंच की कोषाध्यक्ष डॉ. ममता सूद ने बताया कि, मंच के अध्यक्ष डॉ.…

0 Comments