क्यारी-क्यारी महक उठे हिंदुस्तान की
अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** मिले ताल, अरदास, आरती,प्रेयर और अजान कीक्यारी-क्यारी महक उठे फिर,मेरे हिंदुस्तान की। सदियों पहले देश हमारा,जगत गुरू कहलाता थाज्ञान, भक्ति, सत्कर्म, योग का,सारे जग का दाता था।सहिष्णुता…