‘मैसूर महोत्सव’ में अनेक रचनाकार सम्मानित

मैसूर (कर्नाटक)। अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति ने कर्नाटक के ऐतिहासिक नगर मैसूर के रॉयल इन सभागार में राष्ट्रीय अधिवेशन 'मैसूर महोत्सव' आयोजित किया। इसमें सुविख्यात साहित्यकार श्रीमती सविता…

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प्रभात के पक्षी

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** सुबह-सुबह जब मैं उठता हूँ,छत पर मेरी दिनचर्या मेंखुशियाँ और सुकून को देने,कबूतरों का संसार एक संसार है मिलतासुखद स्थान पर अपने को पाकर,झुण्ड में सब हर बात समझता।…

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विद्यार्थी जीवन

आशा आजाद`कृतिकोरबा (छत्तीसगढ़)**************************** परम शुभम विद्यार्थी जीवन, बच्चे सबको भाते हैं।निश्छल बचपन पावन मंदिर, ईश्वर वो कहलाते हैं॥ कच्ची मिट्टी-सा हिय सबका, जैसा मन चाहे ढालें,ज्ञान ध्यान संस्कार श्रेष्ठ से,…

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आज भी वो…

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** शाम हुई दिन की,उड़न बसेरा चुनमुन करती,कलरव में गौधूली कीशांति को गुंजायमान करती,हरी-भरी प्रकृति केपर्यावरण को,मधुरम वसुंधरा कोशोभित करती बैठ जाती,एक-एक कर डाली,अपनी सलिष्ठ शिष्टतानिभाती सुबह होने…

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अकादमी के पुरस्कारों का अलंकरण समारोह २५ जुलाई को

लोकप्रिय मंच हिंदीभाषा डॉट कॉम होगा अभा स्तर पर पुरस्कृत भोपाल (मप्र)। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश शासन (संस्कृति विभाग) की पुरस्कार योजना वर्ष २०१८, १९, २० एवं २१ के अखिल भारतीय…

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पिता, पिता होता है…

डॉ.अनुज प्रभातअररिया ( बिहार )**************************** जीना जैसे पिता... पिता, पिता होता है,'माँ' नहींउसके हिस्से मेंकेवल पालन-पोषण होता है,इसलिएवह पत्थर होता है। पत्थर पर,किसी खरोंच केनिशान नहीं उगते,बूंद-बूंद टपक करकोई गड्ढा…

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आँसू

डाॅ. अरविंद श्रीवास्तव ‘असीम’दतिया (मध्यप्रदेश)************************************************* टपक-टपक कर आँसू कहते,किसको अपनी व्यथा सुनाऊँ।बीत गए युग सहते-सहते,कैसे अपनी बात बताऊँ। कभी-कभी पिछली यादों में,मन जब भी खो जाता है।प्रेम भरे झूठे वादों…

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शब्द हकीकत में भाव रस, समझे बिना लेखन संभव नहीं

इंदौर (मप्र)। शब्द हकीकत में औरत है इसे समझे बिना लेखन कर पाना संभव नहीं है। लेखन करने के लिए बहुत ज्यादा पढ़ने की जरूरत नहीं है, लेकिन परिदृश्य का…

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बाबा नागार्जुन की रचनाओं में कल्पना और वास्तविकता का अद्भुत संगम

इंदौर (मप्र)। उनकी रचनाओं में कल्पना और वास्तविकता का अद्भुत संगम है। उन्होंने संस्कृत में भी रचनाएं लिखीं।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. अग्निशेखर ने यह बात श्री मध्यभारत हिन्दी…

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राकांपा की फूट से विपक्षी एकता को झटका

ललित गर्गदिल्ली************************************** वर्ष २०२४ के चुनाव से पूर्व भारतीय राजनीति के अनेक गुणा-भाग और जोड़-तोड़ भरे दृश्य उभरेंगे, महाराष्ट्र में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए तो ऐसा ही लगता…

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