सुनो ना
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** अच्छा सुनो ना…मेरे हृदय की धड़कन,सुना क्या ! उसका सूनापनधीरे-धीरे ही सही..पर,अनंत अम्बर-साप्यार है तुमसे…। दिल अब रुकता नहीं,बात सुनता नहींक्या कहूँ उसे,जो सपने बुनता नहीं..पर सच…