अब की तो चमत्कार-सा
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... अब की तो चमत्कार-सा, गणतंत्र पर हुआ,जागा है कोने-कोने से, इस देश का युवा। पैंतीस हो या तीन सौ सत्तर का…
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... अब की तो चमत्कार-सा, गणतंत्र पर हुआ,जागा है कोने-कोने से, इस देश का युवा। पैंतीस हो या तीन सौ सत्तर का…
डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... हम जश्न मनाएं आजादी का,और वीरों का गुण-गान न होइतिहास की कोई किताब नहीं,जिस पर उनका नाम ना हो। भूलें…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक)********************************************************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... गणतंत्र सृजित जय हिन्द वतन,जन गण अधिनायक भारत हैजल सप्त सिन्धु प्रच्छालित पद,शुभ सरिता सप्तक भारत है। आज़ादी…
श्रद्धांजलि... इन्दौर (मप्र)। शहर के हिन्दी साहित्य के कुशल चितेरे 'साहित्य कलश' के संस्थापक कवि चंचल रिझवानी ईश्वर की दुनिया की ओर चले गए हैं। साहित्य कलश परिवार को ही…
तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ***************************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... मतलब परस्त दुनिया में,मतलब किसे है वतन से ? अपनी-अपनी जेबें भरते,ईश्वर से भी नहीं हैं डरतेकाम इन्हें बस है…
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... रचना शिल्प:मापनी २२१ २२२ २२१ २२२ १२ तगण मगण तगण मगण लघु गुरु (लगा) झंडा रहे ऊँचा, आकाश में…
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... आओ सब मिल गुणगान करें,मिले गणतंत्र का सम्मान करेंआज आसमान में तिरंगा लगाएंगे,युवा-बच्चे-बड़े मिल झण्डा फहराएंगे। आज है…
हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** आज आजादी है हमको मिली तो,दिलाई शहीदों और वीर जवानों नेसीमा के प्रहरी जवानों की वजह से,सुरक्षित हैं हम अपने मकानों में। है उदगार हमारे क्या…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* भारत माँ की आज़ादी को, बहुत यहाँ क़ुर्बान हुए।गोरों से लड़कर के सारे,देशभक्त संतान हुए॥ हमने रच डाली नव गाथा,लेकर खडग हाथ अपनेनहीं हटाये बढ़े हुये…
चण्डीगढ़ (पंजाब)। पंजाब विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष रहे डॉ. जयप्रकाश साहित्यशास्त्र के उद्भट विद्वान, विवेकशील शिक्षाशास्त्री, प्रबुद्ध आलोचक व छात्रप्रिय प्राध्यापक के रूप में सुख्यात हैं। उनके द्वारा…