बाल साहित्यकार डॉ. नागेश पांडेय ‘संजय’ सम्मानित

इंदौर (मप्र)। प्रख्यात बाल साहित्यकार डॉ. नागेश पांडेय 'संजय' (शाहजहांपुर, उप्र) को इंदौर में बाल पत्रिका 'देवपुत्र' द्वारा प्रतिष्ठित 'देवपुत्र गौरव सम्मान' से सम्मानित किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता…

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‘कंथा’ की रचना-प्रक्रिया बताई

बनारस (उप्र)। बनारस हिन्दू विवि के स्वतंत्रता भवन में 'बनारस लिट फेस्ट-२०२३' के पुस्तक आधारित सत्र 'बात करती हैं किताबें' के दौरान साहित्य के सहृदय पाठक, विवेचक और अध्ययेताओं के…

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रिश्तों की महक

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** संयुक्त परिवार का आधार छूटा,अपनों का प्यार घटारिश्तों का संसार मिटा,एकल प्यार संग परिवार सिमटा। भाई-बहन की मजबूत डोर टूटी,एक बहन और भाई मेंसंयुक्त परिवार सिमटा,हर रिश्ता है एक…

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रचनाकार सिद्धेश्वर ‘साहित्य शिरोमणि सम्मान’ से सम्मानित

पटना (बिहार)। दिनकर संस्कृति संगम न्यास और रचनाकार के संयुक्त तत्वावधान में कोलकाता के रवीन्द्र सदन स्थित पश्चिम बंग बांग्ला साहित्य अकादमी के सभागार में 'साहित्य शिरोमणि सम्मान' कवि सिद्धेश्वर…

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तेरी-मेरी कहानी

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* "हैप्पी वेलेन्टाइन डे, माय डियर, एंड आय लव यू।" कहते हुए सुनील ने एक रेड रोज पत्नी रत्ना के हाथ में दे दिया।"आय लव यू टू,…

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जो बीत गई, वो बात गई

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* क्यों खोए हो अवसादित मन,क्यों व्यर्थ वक्त कर जाते हो ?कर रही प्रतीक्षा नयी राह,बीती बातें पछताते हो। जो बीत गई, वो बात गई,क्यों…

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मैं गुलाब हूँ…

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** मैं गुलाब हूँ,मेरी फितरत पर मत जानामैं इश्क़ लुटाता हूँ,सोये हुए अरमान जगाता हूँ,मैं गुलाब हूँ…। मेरा रंग सुर्ख लाल है,मैं लाली सजाता हूँरुठी हुई हसीनाओं को,पल…

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तीर लौटता नहीं

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ सोच कर निकालिये शब्द को जबान से,तीर लौटता नहीं छूट कर कमान से। क्या अजीब शहर है, क्या अजीब लोग हैं ,सुन रहे हैं आँख से, देखते हैं…

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जीवन पथ

आशा आजाद`कृतिकोरबा (छत्तीसगढ़)**************************** जीवन पथ ही समर भूमि है, पार स्वयं कर लो।उलझन से है आप निकलना, गाँठ बाँध धर लो॥ हर क्षण नित्य परीक्षा लेता, कष्ट बहुत मिलता,जब करता…

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भूख

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* मिट्टी का चूल्हा,चूल्हे पर देगदेग में पानी,झूठी कहानीपेट की आग,बुझाए ना पानी।चूल्हे में लकड़ी,लकड़ी टेढ़ी-मेढ़ीटेढ़ी लकड़ी में आग,आग पीली औ' लाललाल-लाल अंगारे।अंगारों पर राख,राख की परतपरतों…

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