प्रो. डॉ. शरद नारायण खरे सम्मानित

मंडला(मप्र)। शिक्षा व साहित्य के लिए सतत् गतिशील दम्पति प्रो.शरद नारायण खरे व डॉ.नीलम खरे को प्रकाशन 'निर्दलीय' ने अपनी स्थापना केे पचासवें वर्ष में सम्मानित किया। भोपाल के गाँधी…

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सावन की रिमझिम

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** सावन में बूंदों की रिमझिम,सबके मन को भाती हैझूलों के संग हिल-मिल सखियां,जीवन का राग सुनाती है। गाती है मल्हार खुशी से,वो फूली नहीं समाती हैऐसे में…

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जय ज़वान माँ भारती

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** सैनिक सरहद पर खड़े, छोड़ मोह परिवार।तन-मन-धन अर्पण वतन, लीन शत्रु संहार॥ पुलकित मन माँ भारती, देख समर्पण पूत।साश्रु नैन स्नेहिल हृदय, नित कृतज्ञ…

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गहरा राज़

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* चुप का प्रश्नों पर जब साया होता है।राज़ यक़ीनन तब कुछ गहरा होता है। जनता बागी हो वो आती तब सड़कों पर,कुर्सी पर शासक…

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जनभाषा के संघर्ष को समर्थन देना होगा

जनभाषा में न्याय... ◾डाॅ. करुणाशंकर उपाध्याय (मुंबई, महाराष्ट्र ) हिंदी और भारतीय भाषाओं में न्याय की मांग मनुष्यता का तकाजा है। इस देश में ८२ फीसदी लोग हिंदी और ९८…

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लगता है प्यारा

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** लगता है वो मुझको प्यारा,नीली आँखें दिखता न्यारा…दूर रहे वो जैसे दिल्ली…का सखि साजन ? ना सखि बिल्ली। रसीला मीठा-मीठा,होंठ न लगता रहता रूठामन ललचाना उसका काम,का…

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संवेदना-एक वरदान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* जीवन में संवेदना, लाती है मधुमास।आँखों में आती नमी, मानव तब हो ख़ास॥ नम आँखों में ही दिखे, करुणा का नव रूप॥जिससे खिलती चाँदनी, बिखरे…

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मेरे वतन की माटी…

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)****************************************** मेरे वतन की माटी की खुशबू, सुबह-शाम जिसे जब आती है,मन हो उठता है बाग-बाग-सा, रूह होती तब मदमाती है। यह भक्ति-मुक्ति की पावन धरा है,…

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भ्रष्टाचार

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)******************************************** दौलत धन के फेर में, करते अत्याचार।तभी पनपते हैं यहाँ, साथी भ्रष्टाचार॥साथी भ्रष्टाचार, देखकर मुँह मत मोड़ो।इसका करो विरोध, झूठ का दामन छोड़ो॥कहे 'विनायक राज',…

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तेरे बगैर…माँ

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) ***************************************** कर दे हमारे ह़क़ में अगर 'तू दुआ़एं माँ।हो 'जाएँ सब मुआ़फ़ हमारी ख़ताएं माँ। कह-कह के मेरा लाड़ला हँसकर पुकार ना।आती हैं याद' अब भी…

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