अंतिम विदाई
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* अन्तिम विदाई जब घर से हमारी करिएगा बलम,भूल जाइएगा सात फेरों का वचन और कसम। अन्तिम विदाई में सुन्दर सजाना हमारी डोली बलम,भर देना उसमें गेंदा-गुलाब-जूही,…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* अन्तिम विदाई जब घर से हमारी करिएगा बलम,भूल जाइएगा सात फेरों का वचन और कसम। अन्तिम विदाई में सुन्दर सजाना हमारी डोली बलम,भर देना उसमें गेंदा-गुलाब-जूही,…
संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* मोटी-मोटी सलाखों वाली,छोटी-छोटी खिड़कियों की…सफ़ेद दिवारों से सटी,बिना पलकें झपकाई…सूनी-सूनी आँखें…। सफ़ेद लोहे के पंलग पर…,कई सिलवटों और तहों भरीसफ़ेद चादरों पर ऐंठी टाँगें…,बगल में पड़ी…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* गिर रही है रोज़ ही,कीमत यहाँ इंसान की।बढ़ रही है रोज़ ही, आफ़त यहाँ इंसान की॥ न सत्य है,न नीति है,बस झूठ का बाज़ार हैन…
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* कुछ बूँदें फिसलने लगीं,खिड़कियों के शीशे परन जाने कितनी मुहब्बतें,बरसायीं आसमां ने धरा पर…। सोंधी खूशबू आने लगी,हर एक मिट्टी के कण सेउर को महकाने लगी,रिमझिम…
अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* सद् विचार पूँजी बड़ी, माने ये संसार।ग़लत राह से रोकते, कम करते हैं खार॥ धनवानों को राहबर, रोज़ करें सैल्यूट।देश लूटने की सदा, देते…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** रचनाशिल्प:८-८-८-८, अंत गुरु लघु.... होता कुछ का स्वभाव, कहो तो दिखाते ताव,जाने क्यों वे खाते भाव, लोचना जिनके रूप। नुक्ताचीन है इंसान, खुद को समझे महान,दूसरे हैं…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** संगीत की दुनिया भी एक अजीब दुनिया है। लोगों के दिल और दिमाग को तरोताजा करने वाली दुनिया। जो लोग अपने-आपको तन्हा महसूस करते हैं, उनको संगीत…
राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* मुझे ज्यादा जीने कीअब कोई ख्वाहिश नहीं रही,मगर जो पल भी गुजरेंसुख-शान्ति से गुजर जाएं तो अच्छा हो। बहुत बात करने कीआदत नहीं है मेरी,मगर ऐसा भी…
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* भाई भरत समान हो, त्याग दिए सुख चैन।भ्रात राम की भक्ति में, लगे रहे दिन रैन॥लगे रहे दिन रैन, त्याग का पाठ पढ़ाया।चरण पादुका पूज, राम…
मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)************************************************** सुख और दु:ख सब हमारे, कर्मों का हिसाब,जैसा कर्म किया वैसा, फल पाओगे जनाब। दु:ख को मत समझो, कभी अपनी किस्मत,जो कुछ पाया है वो सब,…