मानव की पहचान

डॉ.अ‍र्चना दुबे  मुम्बई (महाराष्ट्र) ************************************************************************** सेवा शिष्टाचार ही,मानव की पहचान। जन प्रत्येक इसीलिए,दिख रहे परेशानl दिख रहे परेशान,आचरण अच्छा रखना। किये नहीं सत्कार,कहेंगे कैसे अपना। रीत कहे यह बात,मिलेगा कैसे…

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शिक्षण-लेखन को समर्पित नमिता दुबे ‘उत्कृष्ट सेवा अलंकरण’ से सम्मानित

झाबुआ(मध्यप्रदेश) | भारत की प्रथम शिक्षिका वंदनीय सावित्रीबाई फुले के स्मृति दिवस पर झाबुआ में अखिल भारतीय मातृशक्ति सम्मान समारोह का आयोजन राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं झाबुआ की साहित्यिक समाजसेवी…

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गंदा पानी राजा है

सुश्री नमिता दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************** बुलबुल थी तो बहुत छोटी,किन्तु उसकी तीक्ष्ण दृष्टि और सोच के कारण बड़े-बड़े भी उसके कायल थे, इतनी कम उम्र और ये सोच। बुलबुल अपने…

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तन-मन भीगा जाय

सुषमा दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ****************************************************** रंगों की बौछार में,तन-मन भीगा जाय। आया फागुन झूम के,सजनी बहुत लजाय॥ आयो मौसम प्रेम को,आम गयो बौराय। गाए कोयल प्रेम धुन,फागुन भी इतराय॥ आँगन में…

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तू ही तू

सुषमा दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ****************************************************** धीर है तू सत्य है तू खौलता उफान है, तू अर्चना आराधना तू भक्ति का वरदान है। प्रचंड तू अखंड भी तू ही शक्तिमान है, भैरवी…

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मेरा सपना

सुश्री नमिता दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************** वंश चलाने की लालसा ने, मुझको ही दासता में जकड़ा। चूल्हे-चौके में उलझी मैं, सदा किया नर को बलवान। मैं भी जीना चाहती थी, भाई…

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