नैतिक हिन्दी वर्ण माला…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** अ से अनार,आ से आम, पढ़-लिख कर करना है नाम। इ से इमली,ई से ईख, ले लो ज्ञान की पहली सीख। उ…

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बरखा तुम कब जाओगी ?

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** गणपति आखिर विदा हो गए, बरखा तुम कब जाओगी ? अब तो हद-पार अति हो गई, कब तक हमें सताओगी। मानसून में…

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हिंदी-शतावली

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. मन मन्दिर की आरती हिंदी, भारत की माँ भारती हिंदी। हिन्दजनों को तारती हिंदी, ज्ञानीजनों की सारथी हिंदी।…

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पावस

दुर्गेश राव ‘विहंगम’  इंदौर(मध्यप्रदेश) ************************************************** तरु की डालियाँ झूम उठी, मचल रहे हैं पल्लव सर-सर चलती समीरl मन में उठे उमंग, चलो झूम उठें वर्षा के संगl हर बूंद में…

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जब देखेया मोहे दिखे है वो ही…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. वो काली-काली अलकें हैं, वो खुली-खुली पलकें हैं। वो नैना भी तो ढुलके हैं, पर देखे मुझे खुल…

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बदलेगा कश्मीर

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** ३७० और ३५-ए की बेड़ियां थी जो गल गई, कश्मीर के साथ भारत की भी किस्मत आज बदल गई। पक्ष-अलगाव के जो…

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एक कदम चल….

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** (रचना शिल्प:इस पद्य में ‘अ’ के अलावा कहीं भी ‘अन्य स्वर की मात्रा’ का उपयोग नहीं किया गया है।) चल,एक कदम,एक कदम,एक…

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गगन घन बरसन…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ******************************************************************  (रचना शिल्प:इस पद्य में 'अ' के अलावा कहीं भी 'अन्य स्वर की मात्रा' का उपयोग नहीं किया गया है।) गगन घन बरसन।…

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आओ विजय दिवस मनाएं…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. दुश्मन हमसे हारा था,जीत अभियान हमारा था, कारगिल जीता सारा था,जय-जय भारत नारा था। करनी ऐसी कर…

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तू है बड़ी कमाल..

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** गुलाबी तेरे होंठों की फड़कन, बढ़ाए मेरे दिल की ये धड़कन। कि आँखें काली कजरारी, ये मारे नैना कटारी। शर्म से लाल…

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