आ जा सावन झूम के…
विजय कान्त द्विवेदीमुंबई(महाराष्ट्र)************************************* आ जा सावन झूम के,प्रकृति-परी केसुन्दर मुख कोमन-मानस में चूम के।आ जा सावन झूम के… हे सावन तुम,अधिक सुहावनरिमझिम बरसे पानी।मैंक-मांक-ध्वनि,दादुर बोलेकरें पावस की अगवानी। जब चढ़ा…
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August 7, 2020