प्रेम का रोग छाया

डी.पी. लहरे कबीरधाम (छत्तीसगढ़) **************************************************************************** (रचना शिल्प:बहर-२१२ २१२ २१२ २) आग सी क्यूँ लगी है जहन पर। प्रेम का रोग छाया बदन पर। चाहता हूँ तुझे इस तरह मैं, चाँद…

0 Comments

छत्तीसगढ़ के असली जननायक रहे वीर नारायण सिंह

लक्ष्मीनारायण लहरे ‘साहिल’ सारंगढ़(छत्तीसगढ़) ************************************************************** छत्तीसगढ़ के इतिहास पर नजर डालें तो अलग-अलग समय में अलग अलग देशभक्त-सपूतों का जन्म हुआ,जो समाज और अपनी जन्मभूमि के लिए जिएl जिनके इतिहास…

0 Comments