ऐसी है मेरी बेटी…
सुमिधा सिदार`हेम` सरकण्डा(छत्तीसगढ़) ****************************************************** भरी दोपहरी धूप में, पानी की कुछ बूंदें आ उसके, हाथों में गिर पड़ी। आसमां को ताकती, दौड़ती-भागती मेरे पास आयी। कहती है...माँ,माँ...! अब बारिश होनें…
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May 2, 2020