अब ‘राशन एकीकरण’ की तैयारी,क्या हाजमा भी एक होगा ?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** ‘एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड’ के बहाने ‘राष्ट्रीय एकीकरण अभियान’ के तहत केन्द्र की मोदी सरकार की सूची में अगला क्रम अब राशन कार्ड का है। इसे…

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पुराना फर्नीचर

मालती मिश्रा ‘मयंती’ दिल्ली ******************************************************************** धूल झाड़ते हुए सुहासिनी देवी के हाथ एकाएक रुक गए,जिस फर्नीचर पर अभी वह जोर-जोर से कपड़ा मार रही थीं,उनके हाथ अब उसी फर्नीचर को…

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नफरत की आग

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** जो लोग नफ़रत फैला रहे हैं, वो आग लगा रहे जो देश जला रहे हैं, वो दुश्मन देश के क्या भला इसमें। जो इस तरह विरोध…

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जिंदगी की तलाश में…

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* जिंदगी ही निकल पड़ी है, अब जिंदगी की तलाश में। ये कहां-कहां भटकी है देखो, फिर बदली है लाश में। पक्षी के झुण्ड रोज…

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भावनाएं

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** कोई कहता देव अंश है कोई कहता कर्मवश है, निर्मल सुन्दर एक हंस है कहते जिसको काया। बसता जिसमें मन है उठता है जिसमे…

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शांति निकेतन

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भाग -९............ ओडिसा की राजधानी भुवनेश्वर चतुर्दिक मंदिरों से घिरा होने के मंदिरों का नगर कहलाता है। अपनी समृद्ध पुरातन संस्कृति के कारण इसकी…

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मैं हिंद की बेटी…हिंदी हूँ

प्रीति शर्मा `असीम` नालागढ़(हिमाचल प्रदेश) ********************************************************************** भारत के, उज्जवल माथे की। मैं ओजस्वी...बिंदी हूँ, मैं हिंद की बेटी...हिंदी हूँl संस्कृत,पाली, प्राकृत,अपभ्रंश की, पीढ़ी-दर-पीढ़ी...सहेली हूँ। मैं जन-जन के , मन को…

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निरर्थक संकट में फंसी भाजपा

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** मुद्दा `नागरिकता संशोधन कानून`............ कोई कानून हमारी संसद स्पष्ट बहुमत से बनाए और उस पर इतना देशव्यापी हंगामा होने लगे,ऐसा याद नहीं पड़ता। संसद के…

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सर्द हवाएँ

संजय वर्मा ‘दृष्टि’  मनावर(मध्यप्रदेश) ************************************************************* सर्द हवाओं से मत पूछो, बिखेरे क्यों ये रंग हजारl मौसम ये अपने मिजाज, दिखते रंग सर्द में आजl ठंडी हवा झोंकों-सी इक पैगाम दे…

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निःशब्द हूँ `दिशा`

पंकज भूषण पाठक ‘प्रियम’ बसखारो(झारखंड) *************************************************************************** निःशब्द हूँ `दिशा` क्या कहूँ ? यह भारत है जहाँ आतंकवादियों को भी, बचाने को वकील खड़ा हो जाता है फिर तो तुम्हारे गुनहगार…

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