अब और नहीं…

प्रदीपमणि तिवारी ध्रुव भोपाली भोपाल(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** अब और नहीं अब और नहीं, ये देश नहीं सह पायेगा। हो दुष्टों काे फाँसी सरेआम जनमानस ये लटकायेगा। अब और निर्भया काण्ड नहीं, बेटियों…

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धर्म और मानवता

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************* यदि एक, दूसरे से कोई पूछता है- बताओ तुम्हारा धर्म क्या है ? तो वह बिंदास बोलते हैं कि, हिन्दू हूँ, मुसलमान…

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दुष्कर्म

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** मानवीय संवेदना,मर्यादित आचार। क्या जाने कामी दनुज,घूमे कर व्यभिचारll निर्विवेक पशुतुल्य वे,कर कातिल शिकार। क्या बेटी माँ बहन हो,निर्दय कुटिल प्रहारll होता जग…

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कुछ तो बात है उनमें

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** कुछ तो बात है उनमें, तभी लोग उनके हो जाते हैं। अपने-अपने प्यार का इजहार करने, गुलाब का फूल लेकर बार-बार सामने जाते हैं। भले ही…

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संसार

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** देख दशा संसार की,मन मेरा है रोय। भाई-भाई लड़ मरे,प्रीत पराई होयll आये हो संसार में,काम करो कुछ नेक। मर कर हो जा…

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हे ! माँ मुझको गर्भ में ले ले…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** हैदराबाद घटना-विशेष रचना............ हे! माँ मुझको गर्भ में ले ले, बाहर मुझको डर लागे। देह-लुटेरे,देह के दुश्मन, मुझको अब जन-जन लागेll अधपक…

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साहित्य संगम ने दिया १२ रचनाकारों को `हिदी साधक` सम्मान

  दिल्ली l साहित्य संगम संस्थान(दिल्ली) द्वारा २५ से ३१ अक्टूबर २०१९ तक `एक खत हिंदी के उत्थान पर` पत्र लिखकर कार्यक्रम को सफल बनाने वाले प्रतिभागियों को हिंदी साधक…

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हैवानों के खिलाफ `सज़ा याचिका` का अधिकार मिलना चाहिए

मानवाधिकार आयोग को हमेशा आतंकवादी, उग्रवादी और दरिंदों की मौत पर ही क्यूँ चिंता होती है। निर्दोष नागरिक,पुलिस जवान और `निर्भया`-`दिशा` जैसी बलात्कार पीड़ितों की चिंता क्यूँ नहीं करती ?…

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मान बढ़ाए हिंदुस्तानी नारी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** हिंदुस्तान की नारी है, वो हिंदुस्तान की नारी। वो टूटी,थकी,न हारी है, न ही बनी बेचारी, न ही बनी बेचारी... वो हिंदुस्तान की नारी॥…

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गिद्धों को मानव क्यूँ बनाया

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** हैदराबाद घटना-विशेष रचना........... उस मानव पर मुझे घिन आती है, जो नारी पर गलत निगाह डालता है। अकेले बात करने की क्या औकात नहीं,…

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