हमसफ़र हो तुम

रौशनी अरोड़ा 'रश्मि' , दिल्ली ****************************************************************************** दिल में मेरे धड़कने वाली, ऐ जाना हर धड़कन हो तुम... आँखों में बसने वाले मेरे, ऐ जाना सारे ख्वाब हो तुमl मेरी ज़िंदगी…

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शिक्षा का महत्व

प्रेमशंकर ‘नूरपुरिया’ मोहाली(पंजाब) **************************************************************************** शिक्षा कर्तव्य उन्नति की दिखाती दिशा, शिक्षा के ज्ञान से मिटे अज्ञान की निशा। शिक्षा जागरूकता का दूसरा नाम कहूं, अंधविश्वास जिसके कदमों तले पिसा॥ शिक्षा…

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खिलना फूलों-सा

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** खिलना फूलों-सा यहाँ,महके सदा बहार। होंठों पर मुस्कान हो,मिले सभी का प्यार॥ मिले सभी का प्यार,लगे जन-जन को प्यारा। सुन्दर हो व्यवहार,तुझे पूजे…

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बसंत ऋतु

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************* पिया मिलन के लिए हर्षित हो चल दिए। साजन को देख-देख, मन ना समात है॥ फूल-फल कली-कली, खिले सभी कुंज गली। मन हुआ मनचला,…

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स्त्री वेदना को समझना होगा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) ************************************************************** आज विकासवाद के युग में मानव यह सोचता है कि हमने चाँद पर अपना आशियाना बना लिया,समुन्दर की गहराईयों को नाप दिया है,पर आज भी स्त्री…

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जीवन का संग्राम बहुत है

विजयलक्ष्मी विभा  इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश) ********************************************************* द्वंद्व करूँ क्या अधम मृत्यु से, जीवन का संग्राम बहुत है। क्षण-क्षण आते आँधी-पानी, पल-पल उठते यहाँ बवंडर चाहें कि उपजाऊ बगिया, बनती रेगिस्तानी बंजर। कितने…

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रुदन

डॉ. वसुधा कामत बैलहोंगल(कर्नाटक) ******************************************************************* आज १५ अगस्त का दिन,आज भारत को आजादी मिली थी,पर आज का १५ अगस्त कुछ अलग-सा था,क्योंकि केन्द्र सरकार ने धारा ३७० को हटा दिया…

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जंजीर

डॉ.हेमलता तिवारी भोपाल(मध्य प्रदेश) ********************************************************** तुम नहीं मैं.... तुम नहीं,मैं इस कालजयी कृति सोफे पर बैठी हूँ, कुछ इस तरह जैसे- खुले ढक्कन के बॉक्स में बैठी बाहर झाँक रही…

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बसन्त

सुरेश चन्द्र ‘सर्वहारा’ कोटा(राजस्थान) *********************************************************************************** खेतों में इठलाई सरसों टेसू हँसते वन में, मुस्काए हैं बौर आम के खुशी नीम के मन में। पीपल की सूनी डाली पर फूट पड़े…

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आशिकी-ए-कयामत

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** जिंदगी के सफ़र में सजे ऐसे महफ़िल, खुशियों की तरंगें उठे दिल समन्दर, नज़ाकत मिलन की ख़ूबसूरत तराने, गूंजे आशियां में मुहब्बत के…

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