सभी सुखी चहुँमुख प्रगति

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मानव जीवन चिर प्रगति, ग्रन्थ सनातन वेद।ज्ञान कर्म परहित जगत, शान्ति प्रेम संवेद॥ जिम्मेदारी सभी की, जन भारत उत्थान।प्रगतिशील आगम समय, नवयौवन संज्ञान॥ परमारथ…

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किसान- भारत श्रेष्ठ महान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* भाद्र मास बारिश गहन, भरे खेत खलिहान।उपवन कानन जल भरे, पोखर नदी ढलान॥ खेतों में जब जले भरे, प्रमुदित हृदय किसान।लाये पौधा धान का,…

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शरदाकुल कुहरा प्रलय

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************** शरदाकुल कुहरा प्रलय, अगहन पूस बसात।सिहराती तनु अस्थियाँ, कौन सुने ज़ज्बात॥ विषम शीत कुहरा गहन, कहाँ वस्त्र तनु दीन।आजादी हीरक बरस, दीन गेह श्री…

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तुम जीवन रस मधुमिता

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* तुम जीवन रस मधुमिता, तुम अभिनव श्रंगार।तुम नवरस की अल्पना, तुम जीवन उपहार॥ वासन्तिक मधुमालती, मधुरिम सुरभि मिठास।खिली-खिली नव सरसिजा, अरुणिम अधर सुहास॥ मैं…

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दाँव सभी का एक

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दाँव सभी का एक है, बस सत्ता सुख भोग।राजनीति के व्यूह में, फँसते बिन सहयोग॥ दाँव सभी का एक है, दे दूसरों को घाव।नीति…

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भरिए सदा ज्ञान चित्रगुप्त भगवान

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* करती वंदन देख सदा मैं, हे चित्रगुप्त भगवान।भरिए जीवन में आप सदा, देख सदा अब ज्ञान॥ ब्रह्मा तन से जन्म लिए हो, कर में कलम-दवात।पाप-पुण्य का…

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तुलसी पावन हरिप्रिया

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* उत्सव शुभ देव उठनी, कार्तिक शुक्ल महान।प्रबोधिनी एकादशी, शालिग्राम भगवान॥ कर्णजात हरि असुर दो, मधुकैटव बलवान।पद्मनाभ विधि भय हरे, मायापति भगवान॥ पाकर श्री सत्प्रेरणा,…

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असफलता से सीखें

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सदा पराजय आलसी, व्यसन कलह संलग्न।मुफ्तखोर निन्दक मनुज, दंगा हिंसा मग्न॥ अहंकार पद पा मुदित, मदमाता इन्सान।पराजय विचलित मना, खो विवेक पथ यान॥ कठिन…

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५ साल की राजनीति

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** पाँच साल अब हो चले, नेता की यह चाल।जन का पैसा लूटकर, होते मालामाल॥ रोड बनाते अब दिखे, जब है पास चुनाव।स्वार्थ सिद्ध की राह से,…

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रचनाकर

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* ईश सृष्टि से है बड़ा, कवि रचना संसार।इसमें बस आनंद है, कवि है रचनाकार॥ ईश्वर की इस सृष्टि में, षड रस का है मेल।कवि की रचना…

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