दुनिया एक रंगमंच

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* दुनिया एक रंगमंच है,हम सभी कलाकार हैं। ये जिंदगी एक नाटक है,हम सब उसके किरदार हैं। सबका रोल एक-सा होता नहीं,कोई किसी की नकल…

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रंगों का मधुमास

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* रंगों का मधुमास फागुनी, होली का त्यौहार मनानाहोली पूर्णिमा पावन उत्सव, श्वेत रंग मन धवल बनाना। मानवतावादी चिन्तन मन,रंग रंगीला फाग बनानातन को नहीं…

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तरुणा

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** प्यार एक सीमित रेखा है,तरुणा उम्र का आकर्षण हैतपस्या प्रेम की,विश्वामित्र नहीं जो भंग ना होसब अपनी-अपनी जगह सही। हौंसला ना हो तो,प्रेम टूटाजैसे टूटता है तारा,और…

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कभी-कभी मन करता है…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************** पँख मेरे हों मैं भी उडूँ, कभी-कभी मन करता है,मुझसे विलग मुझको करूँ, कभी-कभी मन करता है। मैं अपूर्ण या पूर्ण पिंड हूँ, इच्छा तन या मन…

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मैं रंगों का त्यौहार…

डॉ.अनुज प्रभातअररिया ( बिहार )**************************** होली विशेष... कहती होली-मैं, रंगों का त्योहार,मेरी खूबसूरती बेमिसालरंग देती मैं सबके चेहरे को,बनके अबीर-गुलालमैं, होली रंगों का त्योहार। नाज़-नखरे,मान-मनौव्वलयह मेरा उदगार,'बुरा न मानो' कहते…

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जोश से मनाओ त्यौहार

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** होली विशेष.... रंजिशें जो थी बरस में,वह मिटाने आ गयाहोली का त्यौहार देखो,रंग लेकर आ गया। बड़ा ही सुहावन यह,भावमय त्यौहार हैघर, नगर और गाँव बस,उल्लास ही…

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ऐसी होली खेलो यार

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** होली विशेष.... ऐसी होली खेलो यार,कि मिल जाए हमको सबका प्यारयह मानव जीवन की थाती है, यही है जीवन का अधिकार।ऐसी होली… जोड़ना धन-दौलत और प्रतिष्ठा,है…

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मुझे बना दो रंग

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* होली विशेष... होली के त्योहार की, मिले बधाई आज।कहे 'चहल' हर पर्व में, रखना प्रभु जी राज॥ होली के त्योहार में, मुझे बना दो रंग।लगूं…

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अपना घोंसला

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* तिनका-तिनका जोड़कर हमने,अपना घोंसला बनाया है। दिनभर चुगते हैं हम दाना- पानी,रात का बसेरा बनाया है। नहीं पढ़ी है कोई इंजीनियरिंग,अपनी चोंच से बनाया…

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एक एहसास

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ एक एहसास ही हमारासहारा है,मिलना-बिछड़ना, सुख-दु:खके इस साए में तू ही हमारा हैआँखों में यह आँसूटप-टप कर गिरते हैं,तेरे चले जाने परतू यादों में फिर…

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