जो दूसरों को…

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* जो दूसरों को,आँखें दिखाते हैं खुद अपने गिरेबां में,उनने झांका नहीं। तमाम सिलवटें,पड़ीं हैं दामन में, दूसरों को दिखतीं,उनने देखा नहीं। गलतियाँ दिखतीं,दूसरों…

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मैं बेटी हूँ

विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** मैं बेटी हूँ,मैं बेटी हूँ, जग में एक अकेली हूँ दुनिया बहुत निराली है, यहाँ रहना बदहाली है। ना रिश्ता है न नाता है, लूट बलात्कार…

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प्याज के आँसू

हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* अब रोना कैसा है बिना प्याज के! जब मैं रहती थी तुम्हारी टोकरी में, मुझे हाथ लगाते ही आँसू आ जाते थे अब क्यों मेरे…

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‘निकुंज’ के काव्य संग्रह ‘युगान्तर’ और ‘उद्बोधन’ का विमोचन १५ दिसम्बर को

दिल्ली। प्रसिद्ध शिक्षक और साहित्यकार डॉ. राम कुमार झा 'निकुंज' के काव्य संग्रह 'युगान्तर' और 'उद्बोधन' का १५ दिसम्बर को भव्य विमोचन नोएडा(दिल्ली) में होगा। डॉ. झा ने बताया कि,…

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योद्धा वीरनारायण थे

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** सिंह गर्जना करते थे, आग लगाते थे पानी में। ऐसे शूरवीर हमारे थे, देते कुर्बानी जवानी में। नागफनी के काँटों से, कभी नहीं घबराते…

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मेरी भी सुनो…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** बनी धाय थी,वही गाय हूँ, करते क्यों तुम तिरस्कार। किस दिन लौटे,फिर जीवन में, मेरे वो ही पूर्व बहार। बन उजाड़ मैं…

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इस कानून से हिंदू क्यों नाराज

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** कितने मजे की बात है कि गृहमंत्री अमित शाह ने जो नया नागरिकता विधेयक संसद से पारित करवाया है,उसका विरोध भारत के मुसलमान नहीं कर…

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जाड़े की धूप

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* कितनी प्यारी लगती है जाड़े की ये धूप, थर-थर काँपें,सूरज दादा जब जाते छुप। सुबह कुहरा आया था,घुप्प अंधेरा छाया था, बहुत दिनों…

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हास्य-व्यंग्य लेखन हेतु रचनाकार तारकेश कुमार ओझा सम्मानित

पश्चिम बंगाल l वरिष्ठ पत्रकार व लेखक तारकेश कुमार ओझा को हास्य-व्यंग्य लेखन के लिए `जय विजय रचनाकार सम्मान-२०१८` से सम्मानित किया गया है। पत्रिका `जय विजय` की ओर से…

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सितारे टूटते तो जरूर हैं

प्रिया सिंह लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ***************************************************************************** शब्द मेरे...बेइन्तहा चुभते तो जरूर हैं, अपने भी यकीनन...झुकते तो जरूर हैंl जल-जल कर खाक बच जाती है उनकी, शोले भी कभी-कभी बुझते तो जरूर हैंl…

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