क्यों होली बे-रंग

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ********************************************************************* होली के नहीं रहे हैं,वह पहले जेसै रंग, हर बार हो रही है यह होली क्यों बेरंग। कुछ स्ट्राइक हुई,पर अभी कई आतंकी, मनाते हैं खूनी होली,मचाते हैं आत॔क। राजनीति के नातों ने भी बदली है कहानी, बुआ होलिका हो ली अब पहलाद के संग। जीएसटी,नोटबंदी खूब हुए हैं ये … Read more

चुनाव

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** चुनाव का अब,माहौल आया, सब मिल नेता,योग्य ही चुनें झूठे वादे कर,न जनता लूटे, कर्तव्य निभाते,करे कार्य पूरे। कागज़,पन्नों में,खिंचे खाका, न लोकहित,न विकास करता सही मायने में जनता को, आज नेता है खूब छलता। नोट देकर वोट है लेता, जनता के विश्वास से खेलता दिये हुए पैसों को अपने, कार्यकाल … Read more

प्यार का सन्देश

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ रेत पर नाम लिखाने से क्या होगा, क्या उसको संदेशा तुम दे पाओगे। जब वो आये यहां पर घूमने को, उसे पहले कोई लहर आ जायेगी। जो तुमने लिखा था संदेशा, उसे लहर बहाकर ले जाएगी। रेत पर नाम लिखाने से क्या होगा…॥ अगर करते हो सही में मोहब्बत तुम, तो … Read more

खून की होलियाँ

मनोज कुमार ‘मंजू’ मैनपुरी(उत्तर प्रदेश) **************************************************************************** आज देश महफूज कहाँ है अपने ही गद्दारों से, सीमा पर तो रण कर लेंगे,निपटें कैसे खोटों से। कौन कहे इन हैवानों की करतूतें कब होंगी कम, बच्चा-बच्चा चीख रहा है और सभी की आँख है नम। जुबां-जुबां बोले फिर अब तो इन्कलाब की बोलियाँ, अपने ही अपनों से … Read more

वीर शहीदों को नमन…

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** वीर शहीदों की शहादत, कैसे हम भूल पायेंगे श्रद्धांजलि,श्रद्धासुमन अर्पित कर, ऋण कैसे हम चुकायेंगेl अतुल्य निधि देश के वीर जवान, सरहद पर नज़र टिकायेंगे एक वीर शहीद का प्रतिशोध, सौ दुश्मन मार गिरायेंगेl सरहद का पुलवामा आतंक, शहादत पर कह रहा हिन्दुस्तान कब तक,आखिर कब तक ? आतंक अब … Read more

होली समरस का त्यौहार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** आया है खुशनुमा त्यौहार, द्वेष घृणा स्वार्थ विकार समन्वित धर्म जाति भाषा विभेद सभी का, होलिकाग्नि में होता है संहार। महाविजय का परिचायक, सौहार्द सौम्यता सौख्य मनोहर विविध रंगों से रंजित तन-मन, सुमित स्नेह मनभावन जीवन। तमसो मा ज्योतिर्गमय, इस वेदमन्त्र से हो आलोकित आया होली का त्यौहार। … Read more

होली में उड़े गुलाल

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* उड़े गुलाल रंग हुआ लाल, होली का सुखद त्योहार पीली सरसों नारंगी पलाश, भूले मलाल भूले मलाल आज है ख़ुशी विशाल, उड़े गुलाल रंग हुआ लालl मदमस्त हुआ है आलम, सजनी बहके संग बालम चितचोर हुए हैं सांवरे, पहनावे गलबहियन हार उड़े गुलाल रंग हुआ लालl चितवन में … Read more

न जाने कैसी होली है!

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** रंगो में उत्साह नहीं है, और उमंगें अनबोली है। न जाने कैसी होली है…!! मुस्कानें हो गई खोखली, न नैनों में है न वो मस्ती… रंग सभी बेरंग हो गये, न कोई हँसी-ठिठोली है। न जाने कैसी होली है…!! ढोल-नगाड़े मंद हो गये, चंगों के स्वर बंद हो गये… मौसम … Read more

अनेकता में एकता

सुरेश जजावरा ‘सुरेश सरल’ छिंदवाड़ा(मध्यप्रदेश) ****************************************************** अनेक रंग अनेक रूप, अनेक पंथ है जहां। अनेक धर्म अनेक कर्म, अनेक भाषा बोलियां जहां। विविध रंगों से रंगा हुआ, एक मेरा हिन्दुस्तां। एक मेरा हिन्दुस्तां…॥ हैं शब्द अनेक सुर अनेक, अनेक जाति अनेक वर्ण जहां। है भेद-भेद से भरा हुआ, है एक वृक्ष,अनेक पर्ण जहां। यौवन उपवन-सा … Read more

बुरा न मानो भाई होली है

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* बुरा न मानो भाई होली है, ये तो मस्तानों की टोली है। हम भी कुछ लेकर आए हैं झोली में, अरे भाइयों पहले रंग न लगाओ एक मिनट के लिए रूक जाओ। पुलवामा पर हुए शहीदों के लिए, मौन श्रद्धांजलि अर्पित करो। स्वाभिमान की पिचकारी में, हृदय भाव का जल … Read more