दिसम्बर लेता जा…
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** oooooooooooooooooलेता जा ये साल,दिसम्बर तुझसे विनती। ‘कोरोना’ से मौत,नहीं अब इसकी गिनती॥ खतरनाक यह साल,कहर है ये बरपाया। अनुशासन का रोक,किसी को रास न आया॥ भारत का हर नागरिक,डर के साये में खड़ा। कोरोना से भय बहुत,मनुज सोच में है पड़ा॥ बच्चों का इस साल,हुआ अध्ययन नहीं पूरा। शाला जाना बंद,पाठ्यक्रम … Read more