दिनेश कुमार प्रजापत ‘तूफानी’
दौसा(राजस्थान)
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धरती तपती देखी तो मानव घबरा गया,
शिकायतों का पुलिंदा लेकर कैलाश पर्वत आ गया।
कैलाश पर पार्वती संग बैठे थे भोले,
मानव भोले से ऐसे बोले।
बचा लो प्रभु अब नहीं सहन हो पाएगा,
गर्मी इतनी बढ़ गई कि ‘ऐ.सी.’ भी फेल हो जाएगा।
इतनी सुन भोले ने सूर्य देव को बुलवाया,
सूर्यदेव कैलाश पर्वत आया और फिर मुस्कुराया।
भोले बोले-मानव शिकायत ले आया है,
तुझे कोई गम नहीं तू क्यों मुस्कुराया है।
सूर्य बोला-इसमें मेरी क्या गलती है,
मानव इतना प्रदूषण फैला रहा है।
जिससे धरती बेवजह तपती है,
जिससे धरती बेवजह तपती है॥