साहित्यकार त्रिभुवन लाल साहू सम्मानित
जयपुर (राजस्थान)। भव्या फाउंडेशन के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन एवं भारत श्री सम्मान-२०२५ कार्यक्रम करते हुए विभूतियों को सम्मानित किया गया। कालिंदी ऑडिटोरियम में इस समारोह में साहित्य, शिक्षा…
जयपुर (राजस्थान)। भव्या फाउंडेशन के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन एवं भारत श्री सम्मान-२०२५ कार्यक्रम करते हुए विभूतियों को सम्मानित किया गया। कालिंदी ऑडिटोरियम में इस समारोह में साहित्य, शिक्षा…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ तेरी चौखट पर आया,मैं तेरा दिवानामेरी झोली है ख़ाली,भर दो इसे क्या खता हो गई मुझसे!तेरी चौखट पर आया…। यह मेरी पूजा या इबादत कहूं,तू…
डॉ. रचना पांडेभिलाई(छत्तीसगढ़)*********************************************** रिश्तों से प्रेम कहाँ गया ?वो प्यार भरे लम्हे कहाँ,जो हँसी के फूल खिलते थे…अब वो मुस्कान कहाँ ? हर रिश्ता दिखता है खोखला,प्यार की जगह दिखावा…
हिमांशु हाड़गेबालाघाट (मध्यप्रदेश)**************************************** अंतिम कविता किराए के घर से,किराए का मकान सिर्फ मकान नहीं थाघर था, जहां बसी बहुत सी यादें,यादों के समंदर में खो जाने का मनकमरों से बहुत-सी…
दिल्ली। 'साहित्य अमृत' कार्यालय में 'साहित्य अमृत' द्वारा आयोजित 'युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता' के पुरस्कारों की घोषणा हेतु निर्णायक मंडल की बैठक हुई। इसमें मंडल के सदस्य सच्चिदानंद जोशी, राजकुमार…
हैदराबाद (तेलंगाना)। भारत सरकार के रक्षा उपक्रम मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानि) में उद्यम के कर्मचारियों हेतु हिंदी शिक्षण योजना के अंतर्गत सत्र जुलाई-नवंबर २०२५ के हिंदी भाषा प्रशिक्षण की…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मधुसावन छायी घटा, देख सजी श्रृंगार।भींगी काया प्रियतमा, पावस बूंद फुहार॥ सावन साजन मिलन मन, आयी प्रीत बहार।गूंजे चहुँ चिड़िया चहक, रिमझिम मन्द फुहार॥…
गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** रिश्ते कहते हैं किसको ?अब तक समझ न पायारिश्तों की रेलम-पेल में,बस स्वार्थ ही स्वार्थ नजर आया। जग ने पाया क्या!बना के रिश्तों की लड़ियाँमिल न…
आगरा (उप्र)। ब्रजभाषा काव्य मंच के तत्वावधान में वृहद काव्य समारोह स्वनामधन्य ब्रजभाषा कवि आचार्य मूलचंद शर्मा 'निर्मल' की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम में कवि विनय बंसल के गीत संग्रह…
डॉ. विद्या 'सौम्य'प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)************************************************ एक दिन मुझे,मौन ही रहने दोआज न कुछ सुनने को है,औरन कुछ सुनाने को…एक दिन जी लो तुम भी,अपने वास्तेऔरमैं, अपने वास्ते…पर, मौन रहकर भी…