शिव जी सदा जग पालक
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जय देव सदा जग-पालक हैं।हम तो शिवजी! बस याचक हैं॥करना करुणा नहिं लायक हैं।हम तो शिवजी! गुण गायक हैं॥ प्रभुजी शिव! के हम दास सदा।हम तो…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जय देव सदा जग-पालक हैं।हम तो शिवजी! बस याचक हैं॥करना करुणा नहिं लायक हैं।हम तो शिवजी! गुण गायक हैं॥ प्रभुजी शिव! के हम दास सदा।हम तो…
डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** हे मानव नित भोर भये सब, कर लें योग।कभी देह को नहीं धरेगा, कोई रोग॥ भिन्न-भिन्न योगा के गुण को, जानें आप।मानव नित पदचार करें तन,…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* रचनाशिल्प:४ सगण ('S'॥) के क्रम में कुल १२ वर्ण प्रति चरण।... कहते बनती बतियां मुझसे।तब तो कहता बतियां सबसे॥मुझसे मिलते प्रभु आ करके।रहते प्रभु जीवन…
डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** इस विरहन का प्रीत हो, इस धड़कन की आस हो।व्याकुल निर्झर मन कहे, मेरा तुम विश्वास हो॥ अंतस मन की ज्योत तुम, तुम ही नवल प्रभात…
डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** जीवन हो निर्मल, भाषा अविरल, मृदुवाणी का, ध्यान धरें।मन होवे सुंदर, समता अंतर, मानवता का, मान करें॥छल और छलावा, व्यर्थ दिखावा, त्याग सभी जन, नित्य बढ़ें।जनहित…
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** ऋतुराज,फिर आयामन को लुभाता,फूल खिलेमनभावन। मन,अपना झूमेलपक लूँ ख़ुशी,छूटे नहींसाथ। प्रेम,हास-उल्लासहर कोई गुलज़ार,मौसम हसींमनमोहन। यादें,खजाना खुलास्मृति ढेर सारी,हमराह कौन ?आज। नवयौवन,खिला चेहरावसंत की बयार,उड़ना चाहेप्यार। तितलियाँ,लुभाती रंगीनप्रकृति…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* पावन बहुत प्रयाग, चलो करें वंदन अभी।गुंजित सुखमय राग, रहें हर्षमय हम सभी॥ कितना चोखा मास, कहते जिसको माघ हम।जीवित रखता आस, हर लेता हर ओर…
कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** राम-राज... सदमार्ग वाली राह, लोग जो हैं भूल गए,उनको सद ज्ञान का, प्रकाश दिखाइए॥देश के लिए जो वीर, प्राण बलिदान किए,वीरता की गाथा युवा, पीढ़ी को…
डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** वर्तमान का मानव देखो, करता रहता व्यंग है।औरों के निज कर्म ध्येय पर, पथ करता नित भंग है। तुच्छ बात पर बिना विचारे, करते व्यर्थ प्रसंग…
सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** गणेश चतुर्थी विशेष... गौरी माँ के प्रिय लाल,पिता शिव महाकालकार्तिकेय ज्येष्ठ भ्राता,रिद्धि, सिद्धि लाते हैं। प्रथमेश श्री गणेश,काटते सकल क्लेशगजानन, लम्बोदर,लड्डू भोग खाते हैं।…