बेटियाँ-नौ देवियों का स्वरूप

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* बेटियाँ हैं शक्ति स्वरूपा,नवदुर्गा की छायाहर रूप में बिखरे इनसे,प्रेम, ममता और माया। ‘शैलपुत्री’-सी सादगी लेकर,पर्वत-सी अडिग सदा रहतीसंघर्षों की धूप सहकर भी,मुस्करा कर उसने सदा सही। ‘ब्रह्मचारिणी’-सी संयमधारी,ज्ञान पथ पर चलने वाली।सुंदर सपनों के दीप जलाए,दुनिया से न डरने वाली। ‘चंद्रघंटा’ बन जब गरजे,अत्याचार को चूर करेबेटी जब न्याय की जंग … Read more

आओ, आतंक जलाएँ

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** दशहरा विशेष… दशहरा पर्व पर,नीलकंठ पक्षी के दर्शन को शुभऔर भाग्य को जगाते हैं,बुराई को दूर करदशहरा इसलिए तो हम मनाते हैं। भगवान श्रीराम ने भी,नीलकंठ पक्षी के दर्शन के बाद हीरावण पर विजय प्राप्त की थीहमें नीलकंठ पक्षी को बचाना है,आतंकवाद को इस धरती से दूर भगाना है। आओ मिलकर … Read more

दुर्गा स्तुति

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************** माँ अम्बे जगदम्बे कृपा कीजिएगुण तुम्हारे मैं गाऊं, मेधा दीजिए। दुर्जय दैत्यों से तीन लोक रक्षित किए,विष्णु जी ने स्तुति की किया स्मरणवक्ष अपने चरण शिव जी धारण किए,कालकूट विष को पी के किया स्मरण।तीनों लोकों की रक्षक हो तुम अंबिके,जन्मे हर घर में अंबा, ये वर दीजिए॥ आप … Read more

मेरे पास दिव्य दृष्टि तो नहीं

कल्याण सिंह राजपूत ‘केसर’देवास (मध्यप्रदेश)******************************************************* हर तरफ है तेरी हीमहफिल नजर आती है,मैं अंधा तो नहीं।तेरे निश्चल प्यार कीपूजा करता हूँ,तू रब का बंदा तो नहीं। सुनता समझता हूँतेरी सभी बातों को,मैं न समझ तो नहीं।संजोकर रखी हैतेरी प्यारी बातें तो,मेरा दिल कचरे का डब्बा तो नहीं। डरता है यह दिल तेरीजुदाई से, तो मैं … Read more

महाष्टमी:माँ महागौरी देवी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* नवराता आराधना, नवदुर्गा नवरूप।आदिशक्ति दुर्गाष्टमी, दर्शन दिव्य अनूप॥ वंदन जगदम्बा चरण, वैदिक विधि उपचार।रिद्धि सिद्धि निधि नव विधा, सिद्धि दातृ उपहार॥ जवाकुसुम अपराजिता, गेंदा सुंदर फूल।बेलपात तृण दूर्व दल, रुचिकर माँ अनुकूल॥ पूजन माँ जगदम्बिका, महागौरी स्वरूप।श्रद्धा भक्ति चिन्तना, महिमा अम्ब अनूप॥ माता रानी अर्चना, करें मिटे दुर्भाव।धूप दीप … Read more

माँ महागौरी-८

सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** अष्टम दुर्गा महागौरी माता परम पुनीता,दिव्य त्रिपुरसुंदरी राजराजेश्वरी ललितात्रिशूल, डमरू अभय वरमुद्रा चतुर्भुज,वृषभारूढ़ा, संहारे शुंभ, निशुंभ दनुज। माँ ने जब शिव प्राप्ति को तपव्रत धारा,वर्षों वर्ष अन्न-जल तज सहर्ष स्वीकारासघन तप अनल से देह हुई मेघ-श्याम,शिव ने स्वीकारा, दिया देवी गौरी नाम। तपस्विनी को महागौरी किए शिव अघोरी,शुभ्र वर्ण … Read more

माँ का स्मरण

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* नवरात्रि की पावन बेला,सुमिरो माँ जगजननी का नामकरुणा-ममता की मूरत वह,बिगड़े बनाएं सबके काम। अर्घ्य अर्पित करो चरणों में,मन में हो श्रद्धा का भावदीप जले मन मंदिर में,बजे हृदय में भक्ति राग। भाव सजाओ मन मंदिर में,माँ के नाम का हो श्रृंगारहर दिन बन जाए शुभ मंगलमय,जब माँ का सुमिरन हो बारम्बार। … Read more

कोरी पुस्तक हूँ…

urmila-kumari

उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** एक कोरी पुस्तक हूँ मैं, निश्छल साफ सुथरी हूँ मैं…,अनेक दर्द को समेटकर, खुद को संभालती हूँ मैं।हाँ, एक पुस्तक हूँ मैं… जीवन में संघर्ष करते हुए, इस पथ पर बढ़ती हूँ मैं…,जीवन के अपने तमाम, पन्नों को छिपाती फिरती हूँ मैं।हाँ, एक पुस्तक हूँ मैं…। रंग-बिरंगी सी हसीन वादियों … Read more

नवमी तिथि

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** तिथि नवमी की आई,सिद्धिदायिनी माँसुंदर-सी छवि माई। कन्या लाँगुर आए,पैरों को धो करआसन पर बैठाए। चंदन, अक्षत, रोली,मस्तक पर टीकाकर बाँधो मौली। कन्या खाने आयीं,हलवा और पूड़ीउनके मन अति भायी। उपहार दिए उनको,जो उनको भाए।फिर बिदा किया उनको॥

माँ कालरात्रि-७

सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** महाकाल की शक्ति महाकालरात्रि,प्रचंड शक्तिरूपा, शनि अधिष्ठात्रीअंधकार में ज्वाला बनकर प्रगटती,काल के विरूद्ध सप्तम दुर्गा उठती। अमारात्रि सम देह, गले विद्युत माला,दुष्ट रक्तबीज संहारे पीती रक्त प्यालाबिखरे केश विकराल झंझा की भांति,श्वास-प्रश्वास से निकले अग्नि कांति। सृष्टि के संताप में सब मंगल करती,धारती रौद्र रूप, दानव को दलतीचर्म वस्त्र, … Read more