सृष्टि सृजन ‘बेटी’
डॉ. आशा मिश्रा ‘आस’मुंबई (महाराष्ट्र)******************************************* बेटियों का तो बस बहाना है,राजनीति अपनी चमकाना हैसियासत की कुर्सी पर बैठ,समझें अपने आपको श्रेष्ठइंसाफ़ की कितनी भी हो गुहार,जनता करती रहती पुकारकुछ भी सुनने में असक्षम राजा,कब तक होता रहेगा यूँ प्रहार ?? एक सुर में आवाज़ उठाना ही होगा,दोषियों को मिले कड़ी सज़ानिर्दोष को इंसाफ़ दिलाना ही … Read more