आज की दुनिया

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* आज की दुनिया कैसी हो गई,मत पूछो।प्रेम भावना कहाँ खो गई,मत पूछो॥ मानव तो अब रहा न नेहिल,बिखर रहे अरमानप्यार-वफ़ा की रही न क़ीमत,सोया है इंसानसारी ही अब हँसी खो गई,मत पूछो।आज की दुनिया कैसी हो गई,मत पूछो…॥ स्वारथ का बाज़ार गर्म है,बिकता है ईमानलाशों के ठेके होते हैं,करुणा का … Read more