पल्लव गान करें

विनय कुमार सिंह ‘विनम्र’ चन्दौली(उत्तरप्रदेश)***************************** जिनके पल्लव कोमल सुन्दर,वे नाच-नाच कर गान करेंजिनको काँटे बस बिछे हुए,वे रुककर कहीं विहान करें। जिनके अधरों पर अमृत रस,वे विचरण सहज जहांन करेंजिनके वचनों में विष बोझिल,वे छिपकर कहीं वितान करें। जिनकी दृष्टि में दोष नहीं,वे सर्व धरा पर ध्यान धरेंजिनकी नीयत में बाधा है,वे थोड़ा गंगा स्नान करें। … Read more