हैदराबाद (तेलंगाना)।
हिंदी लेखक मंच, हैदराबाद एवं ‘गीत चाँदनी’ के संयुक्त तत्वावधान में कीर्तिशेष नेहपाल सिंह वर्मा की जयंती के अवसर पर उनके द्वारा रचित पुस्तक ‘कवियों के खाके’ (भाग-२) का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर कवि सम्मेलन भी ईएसआई अस्पताल के समीप नाचारम (हैदराबाद) में उत्साहपूर्वक हुआ।
इस सम्मेलन में नगर (हैदराबाद, सिकंदराबाद) के कवियों ने काव्य पाठ कर माहौल को साहित्यिक रंगों से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ‘गीत चाँदनी’ के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ गीतकार चंपालाल बैद ने की। श्रीमती उर्मिला वर्मा ने ‘कवियों को खाके’ का लोकार्पण किया। डॉ. राज नारायण अवस्थी (प्रबंधक-राजभाषा, ईडीआईएल एवं सदस्य सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, हैदराबाद) ने भी विचार व्यक्त किए।
श्री बैद ने कहा कि कि कविता केवल शब्दों का खेल नहीं, बल्कि यह जीवन की गहराइयों को छूने वाली अनुभूति है। हम सबका दायित्व है कि हिंदी को केवल मंच तक सीमित न रखकर जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
इस अवसर पर वरिष्ठ एवं युवा कवियों ने भावपूर्ण काव्य पाठ कर दिवंगत कवि को श्रद्धांजलि अर्पित की। पाठ में ठाकुर दिनेश सिंह, संतोष कुमार मिश्र और डॉ. रेखा देवी वर्मा आदि शामिल रहे। सभी अतिथियों व कवियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
