अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर (मध्यप्रदेश)
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‘विश्व कविता दिवस’ (२१ मार्च) विशेष…
यह शब्दों की माला, है भावों का गीत,
हर कविता है दिल का अनमोल मीत।
इसमें सपनों की राहें, उम्मीदों के रंग,
हर पंक्ति में है छिपा जीवन का संग।
यह चाँद की चाँदनी तो सूरज की धूप,
सुंदर कविता से भरता है हर मन का रूप।
पंछी के पंखों में उड़ान का जो जादू,
वैसे ही कविता सिखाए जीवन का आदू।
इसका रस धरती की गोद, आसमां का प्यार,
कविता से मिलता है सबको सहकार।
करे बादलों की बातें, हवाओं के खेल,
जीवन कविता सुनाती अनगिनत मेल।
हर शब्द में छुपा है अनमोल खज़ाना,
कविता बनाती है हर जीवन सुहाना।
भूलों को सिखाए, टूटों को जोड़ती,
कविता हर दिल में नया जोश भरती।
‘विश्व कविता दिवस’ पर यही सन्देश,
हर दिल में हो प्रेम, सम्मान और देश।
काव्य भावनाओं का उत्सव सदा मनाएँ हम,
गीत, ग़ज़ल, दोहा लिख गम को ख़ुशी बनाएं हम॥