हैदराबाद (तेलंगाना)।
साहित्य सेवा समिति की मासिक गोष्ठी का आयोजन रविवार को किया गया।गोष्ठी २ सत्रों में आयोजित की गई। ‘सोशल मीडिया में पैदा होते जयचंद और उसका देश की सुरक्षा को खतरा’ विषय पर इस गोष्ठी में सभी रचनाकारों ने पुरजोर मांग की कि ऐसे गलत प्रयोग पर कुछ सरकार अंकुश लगाए।
प्रथम सत्र का प्रारंभ डॉ. दया कृष्ण गोयल की अध्यक्षता में हुआ। प्रारंभ में सुधा ठाकुर द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात स्वागत भाषण डॉ. गोयल ने दिया। शुभ्रता निगम ने प्रस्तुत विषय पर परिचय दिया। अभिजीत पाठक ने विषय पर सिंहावलोकन करते हुए विषय के समस्त पहलुओं को वैश्विक आधार से जोड़कर भारतीय धरातल पर घटित होने वाले घटनाक्रमों को पौराणिक और आधुनिक प्रसंगों से जोड़ते हुए विषय के साथ पूर्ण न्याय किया।
इसी विषय क्रम में गंगाधर वानोडे, सुनीता लुल्ला, सत्य प्रसन्न और राजेंद्र रुंगटा आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
काव्य गोष्ठी में कविवर सी.पी. दायमा, दर्शन सिंह, उमेश श्रीवास्तव, नवांकुर और वर्षा शर्मा आदि ने गीत, कविता, कुंडलियां आदि विविध विविधताओं का प्रस्तुतिकरण किया। सुनीता लुल्ला ने काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता की।
सत्रों का संचालन गीता अग्रवाल किया। अध्यक्ष ने भाषण व धन्यवाद ज्ञापन का भार वहन किया।
