लोकार्पण…
पटना (बिहार)।
वेदना जितनी गहरी होती है, कविता उतनी ही बड़ी होती है। बड़ी कविता वही है, जो विश्व को सुंदर बनाती है।
यह बात रविवार को पूनम सिन्हा रचित गीत संग्रह ‘वेदना पिघल रही’ का लोकार्पण करते हुए मुख्य अतिथि बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने कही। साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी की अध्यक्षता में यह लोकार्पण विशिष्ट अतिथि प्रो. अनिल प्रसाद, ए.एम. प्रसाद, गोरख प्रसाद मस्ताना, आचार्य विजय गुंजन, प्रो. प्रेम किरण ने किया। इस अवसर पर कवि गोष्ठी में एम.के. मधु, समीर परिमल, नसीम अख्तर, विद्या चौधरी, कमल नयन श्रीवास्तव और सीमा रानी ने पाठ किया। प्रो. अरुण कुमार सिन्हा, मनीष कुमार, बुसरा अजीम, ऋतु परिमल व नरेन्द्र कुमार सिन्हा आदि उपस्थित रहे।
संचालन डॉ. ज्योत्सना प्रसाद ने किया।