दीप्ति खरे
मंडला (मध्यप्रदेश)
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१५ अगस्त विशेष…
लहराए तिरंगा आसमान में,
यह भारत का अभिमान है
भारत की गौरव गाथा है यह,
यह भारत माँ की पहिचान है।
अनगिनत वीरों ने कुर्बानी दी,
पर तिरंगा अपना न झुकने दिया
वीरों के अमर बलिदानों का यह,
गर्वित गौरव गान है।
केसरिया, श्वेत और हरा रंग,
तिरंगे में शोभायमान है
बीच में घूमता चक्र हमारी,
प्रगति की पहचान है।
शान से लहराता हुआ तिरंगा,
हमारी आजादी की पहिचान है
तिरंगे की शान की खातिर,
दिल और जान कुर्बान है।
नमन करें हम राष्ट्र ध्वज को,
जो देश की आन, बान और शान है।
भारत की पावन धरती को,
बारम्बार प्रणाम है॥