औरंगाबाद (महाराष्ट्र)।
संस्था कवि स्पर्श द्वारा नववर्ष को समर्पित ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। उद्घाटन वाराणसी के वरीय कवि ब्रजेंद्र नारायण द्विवेदी ‘शैलेश’ ने किया। अध्यक्षता वरीय कवि ईश्वरचंद्र जायसवाल ने की।
प्रारम्भ में सरस्वती वंदना कवियित्री इशिता सिंह ने प्रस्तुत की। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी आकाश कुमार सिंह की मौजूदगी में सम्मेलन के मंच संचालक राम राय ने शुरुआत करते हुए कहा-हम तो परंपराओं को निभाना जानते हैं, बस जो चला आ रहा उसे ही मानते हैं, छिपे रहस्यों से हमें नहीं कुछ लेना-देना, बस हैप्पी न्यू ईयर चिल्लाना जानते हैं। इन पंक्तियों को तालियों के बीच सराहा गया। कवि अरविन्द अकेला ने कहा-आएगी जब चहुँओर हरियाली, झूम उठेगी हर डाली-डाली, मुस्कुराएगी जब गाँव की गोरी, हम गीत खुशी के गाएंगे, हम नव वर्ष मनाएंगे। सम्मेलन में डॉ. गीता पांडे ‘अपराजिता’, जनार्दन शर्मा, मणि बेन द्विवेदी एवं अर्चना अनुप्रिया आदि ने अपनी रचनाओं से नववर्ष के आगमन को मंगलमय बना दिया। स्पर्श के अध्यक्ष श्री राय द्वारा रचनाकारों को सम्मान-पत्र से सम्मानित किया गया। अरविन्द अकेला ने धन्यवाद दिया।